कोलकाता : बेहिसाब संपत्ति के मामलों में सीआईडी ने व्यवसायी सुदीप्त रॉयचौधरी और आईपीएस अधिकारी देवाशीष धर के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की है। देवाशीष और व्यवसायी सुदीप्त रॉयचौधरी को करीबी बताया जाता है।
उल्लेखनीय है कि गैर-राजस्व संपत्ति का मामला सबसे पहले बैरकपुर कमिश्नरेट में दायर किया गया था। बाद में सीआईडी ने जांच का जिम्मा संभाला। इस मामले में रविवार को सीआईडी ने छापेमारी की। सुदीप्त रॉयचौधरी के वकील शुभजीत साहा ने कहा कि सुदीप्त रॉयचौधरी के खिलाफ बैरकपुर कमिश्नरेट में दायर एक मामले की जांच के लिए सीआईडी आया था। तलाशी के बाद वे लोग घर के केयरटेकर को सीज की सूची की प्रति देकर चले गये।
पिछले साल 10 अप्रैल को चौथे चरण के विधानसभा चुनाव के दौरान कूचबिहार जिला अंतर्गत माथाभांगा प्रखंड के जोरपाटकी के आमतली माध्यमिक विद्यालय में अशांति के दौरान सीआईएसएफ ने फायरिंग कर दी थी। घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी। देवाशीष उस समय कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक थे। सीआईडी ने घटना की जांच अपने हाथ में लेने के बाद देवाशीष से भी पूछताछ की थी। देवाशीष ने अपने बयान में सीआईएसएफ की कार्रवाई का बचाव किया था, इससे तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के आरोप पर सवाल उठे थे। ममता ने आरोप लगाया था कि बीजेपी नेताओं के उकसावे पर सीआईएसएफ के जवानों ने गाँव के वोटरों पर गोली चलाकर उनकी हत्या की थी।