कोलकाता : गुरुवार को पश्चिम बंगाल सेक्टर, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा तृतीय वेतार वाहिनी के.रि.पु. बल साल्टलेक , कोलकाता (पश्चिम बंगाल) के प्रांगण में कोविड -19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए जारी एस.ओ.पी. /दिशा –निर्देश का पालन करते हुए पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मनोज कुमार दुबे, पुलिस महानिरीक्षक, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, पश्चिम बंगाल सेक्टर साथ में आर.एन.एस बहाड, पुलिस महानिरीक्षक, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, मध्य अंचल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीयों और जवानों ने शहीदों को श्रधांजली दी जिन्होंने देश भर में हमारे राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपने बहुमूल्य जीवन का बलिदान दिया है।
21अक्टूबर, 1959 को लदाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक छोटी सी टुकड़ी ने मातृभूमि की रक्षा हेतु अपने साहस और पराक्रम द्वारा चीन की सैनिक टुकड़ी से जमकर मुकावला किया। इस दिन चीनी घुसपैठियों द्वारा भारत की धरती पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने के उद्देश्य से हमला किया गया। मातृभूमि की रक्षा का कर्तव्य निभाते हुए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 बहादुर जवान वीरगति को प्राप्त हुए। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने करीब 10,500 फिट की ऊंचाई और संसाधनों के कमी के बावजूद चीनी सैनिकों का मुहंतोड़ जवाव दिया। देश तथा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के उन वीर सपूतों के बलिदान की स्मृति में 21 अक्टूबर को देश के सभी पुलिस बलों द्वारा शहीद स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मनोज कुमार दुबे, पुलिस महानिरीक्षक, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, पश्चिम बंगाल सेक्टर ने पुलिस स्मृति दिवस पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मियों के महान बलिदान को याद किया जिसे भारत में सभी पुलिस बल द्वारा “पुलिस स्मृति दिवस” के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने सभी सदस्यों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करके भारत के नागरिक के लिए उदाहरण के रूप में बने रहने की भी याद दिलाई। उन्होंने पुलिस बल के उन शहीदों के नाम भी पढ़े जिन्होंने देश की रक्षा के लिए पिछले एक साल में अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने उन्हें याद करते हुए कहा कि राष्ट्र उनके अनुकरणीय साहस, बहादुरी और बलिदान के लिए हमेशा याद रखेगा।