इतिहास के पन्नों में 24 दिसंबरः चांद की कक्षा में पहली बार पहुंचा इंसान

देश-दुनिया के इतिहास में 24 दिसंबर की तारीख तमाम वजह से दर्ज है। 1968 में 24 दिसंबर को अपोलो-8 चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा। यह चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने वाला पहला मैन्ड मिशन था। ऐस्ट्रोनॉट फ्रैंक बोरमैन, जिम लॉवेल और विलियम एंडर्स ने चांद की कक्षा से लाइव ब्रॉडकास्ट किया। उन्होंने अपने स्पेसक्राफ्ट के अंदर से चांद और पृथ्वी की तस्वीरें भेजीं।

एस्ट्रोनॉट विलियम एंडर्स की खींची ‘अर्थराइज’ फोटो के कारण ये मिशन दुनियाभर में चर्चित हुआ। 27 दिसंबर 1968 को यह मिशन पूरा हुआ। इसके बाद अपोलो सीरीज के ही मिशन में से एक अपोलो-11 में मनुष्य पहली बार चांद पर उतरा। इस मिशन के तहत 20 जुलाई, 1969 को नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज एड्रियन ने चांद पर कदम रखे। इस मिशन में उनके साथ माइकल कोलिंस भी थे।

इसके अलावा 2002 में 24 दिसंबर को दिल्ली में पहली बार मेट्रो ट्रेन चली थी। शाहदरा से तीस हजारी कॉरिडोर के बीच चली इस ट्रेन के रूट की लंबाई 8.4 किलोमीटर थी। इस रूट पर 6 स्टेशन थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी ने इसका उद्घाटन किया था। दिल्ली मेट्रो अब दिल्ली ही नहीं गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी है। 3 मई 1995 को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के रजिस्ट्रेशन के महज पांच साल बाद ही मेट्रो सर्विस शुरू करने का श्रेय ई. श्रीधरन को जाता है। ई श्रीधरन को 2005 में फ्रांस सरकार ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया। 2001 में उन्हें पद्मश्री और 2008 में पद्मविभूषण से नवाजा गया।

और 24 दिसंब को ही मरुथुर गोपालन रामचंद्रन यानी एमजी रामचंद्रन की पुण्यतिथि मनाई जाती है। उनके चाहने वाले उन्हें एमजीआर कहते हैं। एमजीआर ने तीन दशक तक तमिल सिनेमा पर राज किया। 100 से अधिक फिल्मों में काम किया। इनमें से 28 फिल्मों में जे जयललिता उनकी हीरोइन थीं। बाद में वह उनकी सबसे करीबी सहयोगी रहीं। फिल्मी करियर में भी और राजनीतिक करियर में भी। 30 जुलाई 1977 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। 24 दिसंबर 1987 को अपने निधन तक वो इस पद पर रहे। 1988 में एमजीआर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

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