दीदी के दूत कार्यक्रम और नौशाद सिद्दीकी की गिरफ्तारी को लेकर दिलीप घोष ने तृणमूल को घेरा

कोलकाता : मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने “दीदी के दूत” और आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी की गिरफ्तारी को लेकर तृणमूल कांग्रेस को घेरा है। कोलकाता में प्रातः भ्रमण के लिए निकले भाजपा नेता दिलीप घोष ने पड़ोस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने सोचा था कि आम लोगों की आंखों में धूल झोंक कर और भय दिखाकर जिस तरीके से अब तक चलता आया है, वैसे ही आगे भी चलता रहेगा लेकिन उन्हें अब यह जान लेना चाहिए कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। तृणमूल कांग्रेस के विशेष कार्यक्रम ‘दीदी के दूत’ के तहत गांव में तृणमूल नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

सत्तापक्ष की ओर से यह कहा गया था कि यह कार्यक्रम लोगों की समस्याओं को जानने के लिए है। इस संबंध में दिलीप घोष ने कहा कि अंगूर खट्टे हैं। एक वक्त उन्होंने कहा था कि विरोध करना उचित है, लेकिन फिर अंबिकेश महापात्र को सिर्फ एक पोस्ट शेयर करने की वजह से जेल में क्यों डाला गया? भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं को एक पोस्ट लाइक करने की वजह से जेल में डाल दिया गया। दरअसल अब वह लोगों को गुमराह नहीं कर पा रही हैं इसलिए बड़ी-बड़ी बातें कर रही हैं।

वहीं दिलीप घोष ने आईएसएफ के प्रदर्शन और विधायक नौशाद सिद्दीकी की गिरफ्तारी के मामले में तृणमूल कांग्रेस को जमकर आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि विरोधी दल के विरोध प्रदर्शन को रोकने की जरूरत ही क्या थी? हम सत्ता पक्ष की दमनकारी नीति के भुक्तभोगी हैं। आज हमारे ही आंदोलन की वजह से आम जनता में हिम्मत आई है इसलिए वह सरकार से सवाल पूछती है। आईएसएफ एक राजनीतिक पार्टी है। उनके पास निर्वाचित विधायक हैं। किसी भी राजनीतिक दल की रैली पर बमबाजी का समर्थन कोई नहीं करेगा। हम चाहते हैं कि लोग बिना रुकावट के आंदोलन करें।

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