ईस्ट वेस्ट मेट्रो : केएमआरसीएल ने रेलवे से मांगी वित्तीय मदद

कोलकाता : राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा मैदान को जुड़वा शहर साल्टलेक से जोड़ने के लिए बन रही महत्वाकांक्षी ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना की सुरंग खुदाई की वजह से बार-बार हो रही दुर्घटनाओं ने इसकी राह में मुश्किलें और बढ़ी कर दी हैं। इस मेट्रो की नोडल संस्था कोलकाता मेट्रो रेल कारपोरेशन (केएमआरसीएल) ने योजना के पूर्ण होने में हो रही देरी की वजह से बढ़े खर्च के भुगतान के लिए रेल मंत्रालय से मदद मांगी है।

दरअसल, वर्ष 2009 में शुरू हुई इस परियोजना को 30 जून, 2021 को पूरा हो जाना था, लेकिन अब नवंबर, 2023 में इसके पूरे होने के दावे किए जा रहे हैं। इसके अलावा कोलकाता के बउबाजार इलाके में सुरंग खुदाई की वजह से तीन बार कई इमारतों में दरार पड़ी हैं। इसके कारण ठेके पर काम कर रही संस्था को 370 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ा है। केएमआरसीएल के सूत्रों ने बताया है कि परियोजना पूरा होने में अतिरिक्त समय लगने और बार-बार दुर्घटनाओं की वजह से कम से कम 2 हजार करोड़ रुपये का खर्च बढ़ गया है। शुरुआत में 30 जून, 2021 की डेटलाइन के मुताबिक करीब 8740 करोड़ रुपये का खर्च होना था। अब यह बढ़कर करीब 10 हजार 500 करोड़ रुपये हो गया है। इसमें न केवल दुर्घटना की वजह से बढ़ा खर्च शामिल है बल्कि परियोजना पूरा होने में अतिरिक्त समय लगने की वजह से मजदूरी और इसमें इस्तेमाल हो रहे यंत्रों का भाड़ा जोड़ा गया है। अगर इस खर्च की व्यवस्था नहीं होगी तो इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा कर पाना लगभग असंभव हो जाएगा। इसीलिए केएमआरसीएल ने केंद्रीय रेल मंत्रालय को पत्र लिखकर वित्तीय मदद की अपील की है।

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