कोलकाता : रविवार को राज्य के मंत्री और कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ईडी के जांच मामले में दिए अपने बयान से पलटते हुए नजर आए। गार्डेनरिच में व्यापारी के घर पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा छापेमारी के बाद फिरहाद हकीम ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झुंझलाहट भरे लहजे में आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार से पश्चिम बंगाल में लगातार छापेमारी की जा रही है, उससे दरअसल कारोबारियों को यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि बंगाल में कोई कारोबार न करे। इस टिप्पणी के बाद फिरहाद हकीम ने रविवार को 180 डिग्री पलटते हुए ईडी से जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राजनीति में जो भी आरोप लगाये जायें, एजेंसी का काम एजेंसी करेगी। अवैध संपत्ति के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए क्योंकि देश को चलाने के लिए सरकार को इसकी जरूरत है।
अवैध संपत्ति को लेकर फिरहाद हाकिम ने कहा कि अवैध संपत्ति मामले में अगर कहीं छापेमारी होती है तो इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। आजकल जिस प्रकार से ऑनलाइन गेम और बैंकों से पैसे लूटे जा रहे हैं, ऐसे में एजेंसी के साथ-साथ लोगों को भी जागरूक होना चाहिए ताकि इस तरह के किसी भी जाल में न फंसें। उल्लेखनीय है कि फिरहाद हकीम ही नहीं, तृणमूल के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय भी शनिवार को ईडी के अभियान पर जमकर बरसे थे।
इस संबंध में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने तृणमूल पर हमला बोलते हुए कहा कि फिरहाद हकीम ने शनिवार को जो कहा वह सही था, यही पश्चिम बंगाल की सच्चाई है। राज्य में 11 साल से सत्ता में तृणमूल कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था को अधर में डाल दिया है और विकास मच्छरदानी में फंस गया है। आज जनता और पार्टी की दबाव में वह समझ गये हैं कि उन्होंने क्या कहा है, सच सामने आ गया है। तृणमूल जानती है कि जांच जितनी आगे बढ़ेगी यह उसके लिए उतना ही खतरनाक होता जाएगा।