नयी दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र से पहले आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ सरकार ने बैठक की। बैठक में 23 राजनीतिक दलों के 30 नेताओं ने भाग लिया।
बैठक में केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने आश्वासन दिया कि अनुमति मिलने के बाद सरकार नियम प्रक्रिया के तहत किसी भी मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज के लिए सभी दलों के नेताओं से सक्रिय सहयोग और समर्थन का अनुरोध किया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में जोशी ने कहा, “हमनें अनुरोध किया कि रचनात्मक बहस के लिए अच्छा माहौल बनाए रखा जाना चाहिए। चर्चा नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए होनी चाहिए। सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है।”
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 4 दिसंबर से शुरू होगा और सत्र शुक्रवार 22 दिसंबर को समाप्त हो सकता है। सत्र की 19 दिनों की अवधि में 15 बैठकें होंगी। इस दौरान 19 विधायी कार्य और दो वित्त जुड़े कार्य सदन के पटल पर रखे जायेंगे।
विभिन्न नेताओं का मत सुनने के बाद राजनाथ सिंह ने बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए इन नेताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सरकार संसद के संबंधित सदनों के नियमों के अनुसार और संबंधित पीठासीन अधिकारियों की अनुमति से इन सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
आगामी सत्र में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम, मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक, डाकघर विधेयक, बॉयलर विधेयक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली कानून (विशेष प्रावधान) दूसरा (संशोधन) विधेयक और केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक सहित जम्मू-कश्मीर से जुड़े विधेयक पेश किये जायेंगे। इसके अलावा राज्यसभा में निरसन और संशोधन विधेयक तथा लोकसभा में अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक तथा प्रेस और आवधिक पंजीकरण विधेयक पेश किया जाएगा।