अंतरिम कुलपतियों की नियुक्ति के लिए छह विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों को बुलाकर भी नहीं मिले राज्यपाल बोस

कोलकाता : कुलपति नियुक्ति पर विवाद राजभवन का पीछा नहीं छोड़ रहा। आरोप है कि राज्य के छह विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की नियुक्ति के निमंत्रण के बावजूद राज्यपाल उन प्रोफेसरों से नहीं मिले। इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने नाराजगी जताई है। हालांकि, राजभवन ने एक बयान में बताया कि विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की घोषणा सोमवार को की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों को सोमवार को राजभवन बुलाया गया है, उनमें कल्याणी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मानस सनल, रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति निर्मल्या चक्रवर्ती, बर्दवान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पवित चटर्जी, जादवपुर के प्रोफेसर रूपकुमार बर्मन शामिल हैं। विश्वविद्यालय और उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के विजिटिंग प्रोफेसर प्रेम पोद्दार भी आमंत्रित हैं।

सूत्रों का आगे दावा है कि जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति अमिताभ दत्ता और सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज के पूर्व निदेशक तापती गुहा ठाकुरता सहित आठ शिक्षाविदों को बुलाया गया था। कलकत्ता विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति सोनाली चक्रवर्ती बनर्जी, विद्यासागर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रंजन चक्रवर्ती, संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति अनुराधा मुखर्जी, जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भास्कर गुप्ता, गौड़बंग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सौरीन बनर्जी राजभवन पहुंचे थे लेकिन राज्यपाल ने उनसे मुलाकात नहीं की। राज्यपाल के स्थान पर राज्यपाल के अधीन एक अधिकारी ने उनसे मुलाकात की। इन प्रोफेसरों ने राज्यपाल पर नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया है।

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