हिमाचल विधानसभा चुनाव : कई सीटों पर उम्रदराज नेताओं को उतारेंगी भाजपा और कांग्रेस

शिमला : हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तिथियाँ घोषित होने के बाद अब सबकी नजर दोनों प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों पर टिकी हैं। दोनों दलों ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है।

विस चुनाव में भले ही युवा मतदाताओं की भूमिका अहम रहने वाली है, लेकिन कई सीटों पर उम्रदराज उम्मीदवार अपनी ताल ठोकेंगे। राजनेता 70 साल की उम्र पार कर लेने के बाद भी इससे दूरी नहीं बना पा रहे हैं। दरअसल भाजपा और कांग्रेस में कई नेता ऐसे हैं जो 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं या पार करने वाले हैं, फिर भी विधानसभा चुनाव के टिकट की कतार में हैं।

सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष में बैठी कांग्रेस दोनों दलों में ही उम्रदराज नेताओं का दबदबा है। तमाम बुजुर्ग नेताओं का सियासी जोश भी देखने लायक है।

दोनों दलों ने टिकट को लेकर आधिकारिक तौर पर उम्र का कोई फॉर्मूला तो नहीं बनाया है। हालांकि हिमाचल से सटे उत्तराखण्ड में इसी साल के शुरू में हुए विस चुनाव में भाजपा ने उम्रदराज नेताओं को टिकट नहीं दी थी। जयराम कैबिनेट के उम्रदराज मंत्रियों में महेंद्र सिंह ठाकुर और सुरेश भारद्वाज हैं। महेंद्र सिंह ठाकुर की आयु 72 वर्ष है। मंडी जिला के धर्मपुर हल्के के महेंद्र सिंह ठाकुर जयराम सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री माने जाते हैं। उनका जन्म 22 फरवरी, 1950 को हुआ।

वहीं शिमला शहर का प्रतिनिधित्व करने वाले सुरेश भारद्वाज का जन्म 15 मार्च, 1950 को हुआ और वो 70 वर्ष पार कर चुके हैं। दोनों मंत्रियों का इस चुनाव में उतरना तय है। इसके अलावा कैबिनेट रैंक का दर्जा लेने वाले भाजपा विधायक रमेश ध्वाला 71 वर्ष, विधायक कर्नल इंद्र सिंह 78 वर्ष और पवन नैय्यर 70 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं।

दो बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रो0 प्रेम कुमार धूमल 78 वर्ष के हैं और चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। हालांकि उनकी टिकट का फैसला भाजपा हाईकमान करेगा।

वहीं कांग्रेस की बात करें तो सोलन से कांग्रेस के विधायक डॉ. धनीराम शांडिल 82 साल के हैं। वह वीरभद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वह इस बार फिर सोलन से चुनावी रण में होंगे। कांग्रेस सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रह चुके गंगूराम मुसाफिर भी 77 साल के हो चुके हैं। वह लगातार दो बार पच्छाद से हार चुके हैं, मगर वहां से फिर विधायक बनना चाह रहे हैं।

पिछला चुनाव हार चुके वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर भी 77 वर्ष के हो गए हैं और द्रंग से एक बार फिर उनका चुनाव लड़ना तय है। बिलासपुर के नैना देवी से कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर भी 71 वर्ष के हो गए हैं। हिमाचल कांग्रेस के बड़े चहरे व पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी की उम्र 76 वर्ष है और कांग्रेस उन्हें दोबारा उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है।

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