कोलकाता : इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने सीए फाउंडेशन और इंटरइंटरमीडिएट परीक्षा के पैटर्न में बड़े बदलाव की घोषणा की है। पहले, फाउंडेशन और इंटरमीडिएट परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती थी, लेकिन अब उम्मीदवारों को साल में तीन बार इन परीक्षाओं में बैठने का अवसर मिलेगा।
शुक्रवार को महानगर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से आईसीएआई के अध्यक्ष सीए रंजीत कुमार अग्रवाल ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गत 7 मार्च को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि सीए फाउंडेशन और इंटरइंटरमीडिएट परीक्षा एक साल में 3 बार आयोजित की जाएगी। इस बदलाव को मई महीने में होने वाली परीक्षा से ही लागू कर दिया जाएगा। मई महीने के बाद सितंबर व जनवरी महीने में सीए फाउंडेशन और इंटरइंटरमीडिएट परीक्षा आयोजित की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि इन परीक्षाओं को पास करने के बाद उम्मीदवार 2 साल आर्टिकलशिप कर सकते हैं। इस दौरान उन्हें कोई परीक्षा नहीं देना होगा। आर्टिकलशिप के 6 महीने बाद उम्मीदवार फाइनल परीक्षा दे सकते हैं। फाइनल परीक्षा 6 महीने के अंतराल पर 1 साल में 2 बार ही आयोजित होंगी, उसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
सीए रंजीत कुमार अग्रवाल ने यह भी बताया कि 7 मार्च की बैठक में तय किया गया है कि संशोधित सहकर्मी समीक्षा अधिदेश के अनुसार सत्यापन सेवाएं प्रदान करने वाली और 5 या अधिक साझेदारों वाली प्रैक्टिस इकाइयों को किसी भी वैधानिक ऑडिट को स्वीकार करने से पहले सहकर्मी समीक्षा प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। यह 1 अप्रैल 2024 से लागू है। इसे पीयर रिव्यू मैंडेट के चरण 2 में शामिल किया गया है।
पीयर रिव्यू को पूरा करने के लिए परिषद द्वारा 3 महीने यानी 30 जून 2024 तक की छूट अवधि को मंजूरी दी गई है।