कोलकाता : संपत्ति में बढ़ोतरी संबंधी कलकत्ता हाईकोर्ट में लंबित मामले में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी तथा विपक्ष के अन्य नेताओं ने हलफनामा देकर कहा है कि वह जांच में पूरी तरह से सहयोग करेंगे। इस सूची में शुभेंदु के अलावा उनके पिता शिशिर अधिकारी, माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान सहित भाजपा, माकपा और कांग्रेस के 17 नेताओं के नाम हैं। मंगलवार को इनकी ओर से हाईकोर्ट में दाखिल हलफनामे में स्पष्ट कर दिया गया है कि वे जांच में हर तरह से सहयोग करेंगे। साथ ही इन्होंने अर्जी लगाई है कि इसकी जांच राज्य एजेंसियों के बजाय प्रवर्तन एजेंसी (ईडी) के जरिए होनी चाहिए।
गत 18 अगस्त को इन नेताओं के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगी थी जिसमें दावा किया गया था कि विगत कुछ सालों में इनकी संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है जो इनकी आमदनी से मेल नहीं खाती। इसके पहले तृणमूल कांग्रेस के 19 नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ भी इसी तरह के मामले दाखिल किए गए हैं जिनमें मेयर और ममता कैबिनेट के मंत्री फिरहाद हकीम, शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु, विधायक स्वर्णकमल साहा सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। उस मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पार्टी बनाने का आदेश दिया था। अब विपक्षी माकपा, भाजपा, कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भी ऐसे ही मामले दाखिल हुए हैं जिस पर प्रारंभिक सुनवाई हो रही है।