भारतीय अमेरिकी शिक्षाविदों में मोदी से मिलने की होड़, शिक्षा व स्वास्थ्य पर हुई चर्चा

न्यूयॉर्क : अमेरिका यात्रा पर पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के लिए भारतीय अमेरिकी शिक्षाविदों में होड़ सी मची है। अनेक अमेरिकी विश्वविद्यालयों के अध्यक्षों, कुलपतियों और उच्च शैक्षिक संस्थानों के निदेशकों सहित वैज्ञानिकों व समाज शास्त्रियों ने मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान शिक्षा व स्वास्थ्य से जुड़े मसलों पर चर्चा भी हुई।

भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा की शुरुआत न्यूयॉर्क से की है। न्यूयॉर्क में मोदी से मिलने के लिए शिक्षाविदों का तांता लगा रहा। भारतीय मूल के विश्वविख्यात मृदा वैज्ञानिक और पद्मश्री से सम्मानित रतन लाल और प्रधानमंत्री मोदी के बीच गर्मजोशी भरी मुलाकात हुई। मृदा वैज्ञानिक के रूप में प्रो. लाल के योगदान को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। दोनों लोगों ने मृदा विज्ञान के उपयुक्त प्रयोग से भारत में उर्वरा शक्ति बढ़ाने पर चर्चा की। प्रो. रतन लाल ने मोदी को अपनी लिखी पुस्तक भी उपहार में दी। प्रोफेसर रतन लाल ने कहा कि यह एक उत्कृष्ट बैठक थी। पीएम मोदी ने हमें भारतीय होने पर बहुत गर्व महसूस कराया है। मैंने इस बारे में चर्चा की कि कृषि जलवायु परिवर्तन का समाधान कैसे हो सकती है। हमें उम्मीद है कि हम पीएम मोदी की नीति के माध्यम से भारत की सेवा करने का अवसर मिलेगा।

न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के टंडन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की निदेशक चंद्रिका टंडन ने मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने की दिशा में चंद्रिका टंडन का प्रयास प्रशंसनीय है। मोदी से मिलने के लिए स्टैनफर्ड विश्वविद्यालय के ग्लोबल आउटरीच प्रोग्राम के मुखिया व दुनिया के चर्चित चिकित्सक डॉ. अनुराग मैरल भी पहुंचे। दोनों लोगों के बीच स्वास्थ्य की दिशा में श्रेष्ठतम कार्य करने पर चर्चा हुई।

शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस के अधिष्ठाता माधव रंजन ने भी भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने भारत के बेहतर कारोबारी माहौल के साथ-साथ देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के बारे में चर्चा की। व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. जगमोहन एस राजू के साथ भी मोदी ने विचार विमर्श किया। उन्होंने भारत के स्टार्ट-अप इकोसिस्टम और भारतीय युवाओं की उद्यमशीलता की भावना के बारे में चर्चा की।

पेन स्टेट यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष नीलि बेंदापुदी ने मोदी से मुलाकात के दौरान भारतीय शैक्षिक संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच अकादमिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रदीप खोसला भी भारतीय प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे। उन्होंने शिक्षा प्रणाली को और मजबूत करने के साथ-साथ अनुसंधान और नवाचार के लिए उचित वातावरण बनाने के तरीकों पर चर्चा की। यूनिवर्सिटी ऑफ बफलो के अध्यक्ष डॉ. सतीश त्रिपाठी के साथ मोदी की चर्चा में भारत छाया रहा। उन्होंने बैठक के दौरान शिक्षा और नवाचार पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।

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