इतिहास के पन्नों में 05 जुलाईः पाकिस्तान में सेना ने 1977 में जुल्फिकार अली भुट्टो से सत्ता छीनी

विश्व इतिहास में 05 जुलाई की तारीख कई ऐतिहासिक घटनाओं के साथ दर्ज है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण घटना की बात करें तो 1977 में इस दिन हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में जनरल मोहम्मद जिया उल हक के नेतृत्व में पाकिस्तान की सेना ने जुल्फिकार अली भुट्टो सरकार का तख्ता पलट कर शासन अपने हाथ में ले लिया था। साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन की नींव 05 जुलाई को ही पड़ी थी। अमेजन के नाम से दुनियाभर में अपना व्यवसाय चलाने वाली कंपनी की स्थापना वाशिंगटन में जेफ बेजोस ने 05 जुलाई, 1994 को की थी।

हालांकि पाकिस्तान में तख्तापलट नई बात नहीं है। सबसे पहले 1958 में पाकिस्तान के पहले राष्ट्रपति मेजर जनरल इस्कंदर मिर्जा ने फिरोज खान नून की सरकार को बर्खास्त कर सेना प्रमुख जनरल अयूब खान को मुख्य मार्शल ला प्रशासक बनाकर सत्ता की चाभी सौंप दी थी। दिलचस्प यह है कि 13 दिन बाद अयूब खान ने इस्कंदर मिर्जा को बाहर का रास्ता दिखाकर खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। अगला तख्तापलट 1969 में हुआ। अयूब खान को हटाकर सेना प्रमुख याहया खान ने सत्ता अपने हाथ में ले ली।

यह वही याहया खान है जिसके कार्यकाल में 1971 में भारत के साथ पाकिस्तान ने युद्ध में भारी शिकस्त खाई थी। इसके बाद पाकिस्तान की सियासत में कुछ बदलाव आया और जुल्फिकार अली भुट्टो को चुनाव में जीत मिली और वह प्रधानमंत्री बने। और देखिए जिस जिया उल हक को उन्होंने सेना प्रमुख बनाया, उसी ने 1977 में भुट्टो को सत्ता से बाहर कर दिया। जिया उल हक को पाकिस्तान के कट्टर और क्रूर सैन्य शासकों में गिना जाता है। उन्होंने देश का संविधान निलंबित कर दिया था। भुट्टो को फांसी पर भी लटका दिया गया। इसके बाद 1999 में सैन्य तख्तापलट हुआ। तत्कालीन जनरल परवेज मुशर्रफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल कर दिया।

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