कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। सोमवार को वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई और श्रमिक संगठन ज्वाइंट फोरम ऑफ ट्रेडर्स यूनियन ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एसएफआई ने जहां कॉलेज स्क्वायर ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया है। दूसरी ओर श्रमिक ट्रेडर्स यूनियन ने कोलकाता नगर निगम के पास घेराबंदी कर नारेबाजी की है।
श्रमिक संगठन के सचिव रतन भट्टाचार्य के नेतृत्व में वामपंथी मजदूर संघ के सदस्यों और क्लर्क यूनियन के महासचिव अमिताभ भट्टाचार्य ने विरोध मार्च निकाला और प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि इस घोटाले में सत्ताधारी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व शामिल है। अकेले पार्थ चटर्जी कुछ नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग की।
रतन भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि तृणमूल नेताओं से लेकर मंत्रियों तक सभी भ्रष्ट हैं। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। दूसरी ओर, वामपंथी केएमसी क्लर्क यूनियन के महासचिव अमिताभ भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि यह न केवल भ्रष्टाचार है, बल्कि यह भी है कि आम लोगों से पैसा लूटा गया है। इसलिए वे आम लोगों से इस बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील करते हैं।