कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को 47वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले का उद्घाटन किया है। उन्होंने कहा कि 1757 में प्लासी की लड़ाई के बाद से भारत और ब्रिटेन के बीच संबंध काफी लंबे समय से चले आ रहे हैं। पुस्तक मेले के इस 47वें संस्करण का थीम देश यूके है। 1757 से आजादी तक अंग्रेजों ने भारत पर शासन किया था और इस दौरान उन्होंने कई वास्तुशिल्प इमारतों का निर्माण किया था।
उन्होंने कहा कि कई भारतीय लोगों ने या तो ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज या लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की है। ब्रिटेन में अब बहुत सारे भारतीय शिक्षाविद हैं और कई वहां की कंपनियों में काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भारत में बहुत सारी चीजें बनाईं। उनके वास्तुशिल्प चमत्कारी, मजबूत और बेहतर हैं। मैं लंदन की गलियों को जानती हूं क्योंकि जब मैं वहां गई तो मैंने शहर की सड़कों पर चलना पसंद किया।
बनर्जी ने कहा कि उन्हें ब्रिटेन के एक प्रमुख विश्वविद्यालय से निमंत्रण मिला है, जहां इस साल जून के बाद उनके दौरे की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस साल के पुस्तक मेले में लगभग 20 देश भाग ले रहे हैं, जो महानगर में एक बड़ा त्योहार बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अब तक 143 किताबें प्रकाशित की हैं और उनका इरादा अगले साल यह आंकड़ा 150 करने का है।