कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के मंच पर संबोधन करते हुए देश की मशहूर स्वतंत्रता सेनानी प्रीतीलता वद्देदार का नाम गलत लिया है। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारियों पर हमलावर हो गए हैं और जल्द से जल्द गलती सुधारने और माफी मांगने की मांग की है। गुरुवार को अधिकारी ने ममता बनर्जी के भाषण का एक वीडियो साझा किया है जिसमें वह बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों का नाम ले रही हैं। इसमें सुना जा सकता है उन्होंने गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर, कवि नज़रुल इस्लाम, देशबंधु चितरंजन दास के साथ प्रीतिलता वद्देदार की जगह प्रीतिलता जोयारदार कहती हैं।
वीडियो के साथ ट्वीट करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने देश के सभी बड़े उद्योगपतियों गौतम अडानी, अंबानी, हीरानंदानी सहित अन्य कारोबार घरानों को ट्विटर पर टैग किया है और लिखा है कि देश की स्वतंत्रता के लिए आंदोलन करने वाली महानतम महिला स्वतंत्रता सेनानियों में से एक प्रीतिलता वद्देदार हैं जो भारत की पहली शहीद महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। अविभाजित बंगाल में जन्म लेने वाली इस महानतम स्वतंत्रता सेनानी का नाम क्या कोई भूल सकता है लेकिन तथाकथित “बंगाल की बेटी” ऐसी गलती जरूर करेंगी। उन्हें तुरंत इसमें सुधार करना होगा।
अपने दूसरे ट्वीट में ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए अधिकारी ने कहा है कि इस तरह की गलतियां करना और ऐतिहासिक तथ्यों को विकृत कर पेश करना ममता बनर्जी के लिए आम बात है। कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था कि कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर जिनका निधन 1947 में हुआ था, ने महात्मा गांधी को आजादी के बाद 1948 में अपना अनशन खत्म करने के लिए समझा-बुझाकर तैयार किया था। आज हम सब जानते हैं कि आखिर इतिहास को कौन तोड़-मरोड़ कर पेश करता है।