हावड़ा में कविता पर केंद्रित कार्यक्रम ‘एक सांझ कविता की-8’ आयोजित

  • शरत सदन सभागार में नीलांबर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जुटे देश के महत्वपूर्ण कविगण

कोलकाता : देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ‘नीलांबर’ द्वारा ‘एक साँझ कविता की – 8’ का आयोजन 12 जून रविवार की शाम हावड़ा के शरत सदन सभागार में किया गया।

‘नीलांबर’ सर्वदा ही हिंदी साहित्य में नवीन प्रयोग एवं आधुनिक तकनीक के समावेश से साहित्य को आम जन तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत रहा है। इसके अंतर्गत कोलकाता एवं देश के विभिन्न हिस्सों में संस्था द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसी कड़ी में यह आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी के प्रतिष्ठित कवि देवी प्रसाद मिश्र ने की। आमंत्रित कवियों में सविता सिंह, पूनम विश्वकर्मा वासम और नेहा नरूका शामिल थीं।

कार्यक्रम के आरंभ में नीलांबर के संरक्षक मृत्युंजय कुमार सिंह ने स्वागत वक्तव्य में कहा कि हम संवेदना के सेंसर वाले लोग खूब सींझते है दुःख में, विरह में, वेदना में, लेकिन सब कुछ फिर गाते हैं कविता में। कवियों से सुनते हैं उस आस की ध्वनि जिनके भाव हमारे पाथेय और संबल बनेंगे। संस्था के अध्यक्ष यतीश कुमार ने कहा कि हम सबके भीतर मनुष्यता की लौ जलाए रखने की जरूरत है। ‘नीलांबर’ प्रतिबद्ध है यह लौ जलाए रखने के लिए। इस मुश्किल घड़ी में कविता से बढ़िया जवाब और क्या हो सकता है। आज के कार्यक्रम की शुरुआत युवा गायिका ममता शर्मा द्वारा काव्य गीतों की प्रस्तुति के साथ हुई। ‘नीलांबर’ की टीम द्वारा आमंत्रित कवियों की कविताओं पर आधारित कविता कोलाज की प्रस्तुति की गई। कविता कोलाज का निर्देशन ऋतेश कुमार ने किया एवं इस टीम के कलाकारों में शामिल थे विशाल पांडेय, दीपक ठाकुर, पूनम सोनछात्रा, भरत साव, प्रिया शर्मा, प्रीति पांडेय, हंसराज, निखिल विनय, आरती सेठ और तनिष्का। सुपरिचित नृत्यांगना रश्मि बंदोपाध्याय और टीम ने विनोद कुमार शुक्ल की कविताओं पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति की।

आमंत्रित कवियों ने अपनी उत्कृष्ट कविताओं के पाठ द्वारा कार्यक्रम को गरिमामय और यादगार बनाया। कविता पाठ और अन्य प्रस्तुतियों को दर्शकों द्वारा भरपूर सराहना मिलीं। संस्था के सचिव ऋतेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन पूनम सिंह ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम की संयोजक ममता पांडेय थीं। कार्यक्रम के संयोजन में मनोज झा, सुजीत राय, निर्मला तोदी, आनंद गुप्ता, स्मिता गोयल, आशा पांडेय, विनय मिश्र, विशाल पांडेय, निशांत, सत्य व्यास, कृष्ण श्रीवास्तव, अभिषेक पांडेय, हंसराज, शैलेश गुप्ता, रचना सरन, भरत साव, सीमा शर्मा, रेवा टिबरेवाल, चयनिका गुप्ता, पूजा पाठक, गुलनाज, मौसमी प्रसाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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