कोलकाता : लव जिहाद के जरिए हिंदू लड़कियों को फंसा कर उनका धर्म बदलने और बाद में उन पर बर्बर अत्याचार करने की पटकथा पर बनी फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को पश्चिम बंगाल में प्रतिबंधित करने की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषणा के एक दिन बाद ही राज्य भर के सिनेमा हॉलों में हंगामा और बल प्रयोग देखने को मिला है।
यहां सिनेमा हॉल में पहले से टिकट बुक करने की वजह से फिल्म देखने पहुंचे दर्शकों को पुलिस ने कॉलर पकड़कर जबरदस्ती घसीटते हुए बाहर निकाला। इसका वीडियो वायरल हुआ है जिसे भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर डाला है। उन्होंने लिखा है, “पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने नागरिक स्वतंत्रता और लोगों की आजादी को बलपूर्वक कुचलने की कोशिश शुरू कर दी है। फिल्म देखने पहुंचे लोगों को मारा पीटा जा रहा और घसीटा जा रहा है। यह सब कुछ एक खास समुदाय को खुश करने के मकसद से किया जा रहा है। यहां कानून का शासन स्थापित करने के लिए हमें तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।”
सूत्रों ने बताया है कि उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया में फिल्म देखने आए दर्शकों को बाहर निकाला गया है। इसमें महिला, पुरुष समेत हर आयु वर्ग के लोग थे। पुलिस के बर्ताव को लेकर उन्होंने बाहर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। एक युवती ने कहा कि फिल्म में महिलाओं के खिलाफ बर्बरता और उन्हें फंसाने की साजिश को उजागर किया गया है तो उसे देखने से क्यों रोका जा रहा? यह हमारी स्वतंत्रता पर कुठाराघात है।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले राज्य सचिवालय में मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘द केरला स्टोरी’ को पश्चिम बंगाल में प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि एक खास समुदाय को टारगेट करने के इरादे से यह फिल्म बनाई गई है। इसके बाद मंगलवार की सुबह से ही जगह-जगह हंगामे की खबरें आ रही हैं। बेलघरिया में हॉल की दीवार पर लगे फिल्म के पोस्टर फाड़ दिए गए। हॉल के अधिकारियों ने कहा है कि सरकार के निर्देशानुसार फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है। जिन लोगों ने ऑनलाइन टिकट खरीदा है, उनके रुपये वापस किए जाएंगे।