बैरकपुर : भाटपाड़ा की रिलायंस जूट मिल खोलने की मांग पर मिल के श्रमिकों ने सोमवार को मिल गेट पर विरोध -प्रदर्शन किया। मिल की गेट को श्रमिकों ने बांस से अटका दिया और कूड़ा-करकट फेंक दिया। यह बता दें कि मिल प्रबंधन ने 27 जनवरी को कार्य स्थगन की नोटिस लगा दी थी।
उसके बाद श्रमिकों ने मिल खोलने की मांग पर रेल व रास्ता रोककर आंदोलन किया था लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ। इसके बाद श्रमिकों ने सोमवार को मिल की गेट पर विरोध -प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने मिल की गेट को बांस से इसलिए घेर दिया था ताकि मिल का कोई भी स्टॉफ मिल के बाहर-भीतर न जा सके। श्रमिकों का उग्र रूप देखकर भाटपाड़ा थाने के आईसी अनुपम मंडल पहुंच गए और श्रमिकों को गेट से बांस व कूड़ा -करकट हटाने का निर्देश दिया लेकिन श्रमिकों ने आईसी की बात मानने से इंकार कर दिया जिससे पुलिस व श्रमिकों के बीच कहा-सुनी हो गई।
तनाव की स्थिति को देखते हुए रैफ के जवानों को उतार दिया गया। बल प्रयोग कर पुलिस ने बांस हटा दिया। श्रमिकों का कहना है कि 3 महीनों से मिल बंद है। मिल खोलने के लिए कोई सामने नहीं आ रहा है इसलिए उन्हें आंदोलन पर उतरना पड़ा। वाम समर्थित यूनियन के नेता इंद्रजीत कुमार साव ने बताया कि श्रमिक शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने आकर शान्ति भंग कर दी। उन्होंने कहा कि मिल के स्टॉफ और साहेब -बाबू खुशहाल हैं लेकिन श्रमिक भुखमरी के कगार पर हैं। श्रमिकों ने जल्द मिल खोलने व बकाया राशि के भुगतान की मांग करते हुए बड़े आंदोलन की धमकी दी है।