कोलकाता : संदेशखाली के तृणमूल नेता और जिला परिषद सदस्य उत्तम सरदार को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। तृणमूल नेता पार्थ भौमिक ने रेड रोड के धरना मंच से शनिवार अपराह्न यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि उत्तम सरदार को छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। पार्थ ने कहा कि फरार उत्तम को निलंबित करने का फैसला पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के आदेश पर किया गया।
संदेशखाली में बुधवार से ही स्थानीय लोग सड़कों पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस के फरार नेता शेख शाहजहां के साथ ही उत्तम सरदार और शिबू हाजरा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। पार्थ ने बताया कि लोगों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों को देखते हुए अभिषेक ने उत्तम को सस्पेंड करने का फैसला किया।
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार देर रात अभिषेक के कैमैक स्ट्रीट कार्यालय में सुजीत बोस, नारायण गोस्वामी, रथिन घोष समेत जिले के कई प्रमुख नेताओं को बुलाया गया था। पार्थ भी वहां मौजूद थे। वहां अभिषेक ने उत्तम को निलंबित करने का आदेश दिया। इसके बाद शनिवार को पार्थ ने महासचिव के आदेश की घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरीं महिलाओं का आरोप है कि उनके बच्चों को गैरकानूनी काम में धकेलने, महिलाओं से छेड़खानी, लड़कियों को सड़कों पर सरेआम यौन शोषण से लेकर जमीन पर कब्जा करने और हर तरह के आपराधिक गतिविधियों में शाहजहां शेख के साथ उत्तम सरदार और शिबू हाजरा शामिल रहे हैं।
महिलाओं ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वे रोज विरोध प्रदर्शन करेंगी।