पुलिस पर लगे निष्क्रियता के आरोप
बारासात : उत्तर 24 परगना के सासन क्षेत्र के तेहाटा गांव में गुरुवार रात भर बमबाजी होने की खबर है। आरोप है कि सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं को मौत के घाट उतारने के लिए उन्हीं की पार्टी के दूसरे गुट के लोगों ने रात भर बमबाजी और हमले किए हैं। आरोप है कि बाइक सवार हमलावर दिलीप घोष नामक स्थानीय तृणमूल नेता के घर आए थे लेकिन वह घर पर मौजूद नहीं थे जिसके बाद बमबाजी की गई। दिलीप के परिजन रंजीत घोष, प्रभाष घोष और पड़ोस में रहने वाले हकीम मोड़ल तृणमूल के नेता हैं। आरोप है कि इन पर हमले के लिए गुरुवार की आधी रात मुतालिब अली और गफ्फार अली अपने लोगों को साथ लेकर आए और बमबाजी की।
बताया गया है कि करीब तीन साल पहले इसी गांव में रहने वाले अब्दुल समद अली नाम के एक नेता की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप मुतालिब पर ही लगा था। वह अब्दुल समद अली का भतीजा है। लंबे समय से मुतालिब फरार था और कुछ महीने पहले ही घर लौटा था। आरोप है कि उसी ने अपने अन्य समर्थकों को साथ लेकर तृणमूल के दूसरे नेताओं के घर पर हमले किए हैं। यह भी आरोप है कि रात भर हमले की सूचना पुलिस को दी गई लेकिन ना तो पुलिस मौके पर पहुंची और ना ही वरिष्ठ अधिकारियों ने कोई सुध ली।
उल्लेखनीय है कि बीरभूम नरसंहार की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैरकानूनी बमों और बारूदों को बरामद करने के आदेश दिए हैं। बावजूद इसके दो दिन पहले दक्षिण 24 परगना में रात भर बमबाजी हुई थी। उसके पहले उत्तर 24 परगना के भाटपाड़ा में बमबाजी हुई थी और अब सासन में हुई है।