कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र की छत से गिरकर मौत मामले में लगातार हो रही जांच में दिल दहलाने वाली रैगिंग का खुलासा हो रहा है। अब पता चला है की वारदात वाली रात यानी कि पिछले हफ्ते बुधवार को रात छात्र को निर्वस्त्र कर पूरे हॉस्टल में घुमाया गया था। इसका मास्टरमाइंड इस मामले में गिरफ्तार पूर्व छात्र सौरभ चौधरी और सप्तक कामिला था।
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने दावा किया है कि वारदात वाली रात नौ बजे के करीब छात्र को 104 नंबर हॉस्टल रूम में ले जाया गया था। यहां गिरफ्तार किए गए सभी नौ छात्रों के अलावा और छात्र मौजूद थे। वहां जबरदस्ती छात्र से एक डायरी के पन्ने पर डीन ऑफ स्टूडेंट्स के नाम पत्र लिखवाया गया। इसमें बांग्ला विभाग के ही एक सीनियर छात्र पर रैगिंग के आरोप लगाए गए। उसके बाद छात्र से हॉस्टल में रहने वाले बाकी लोगों का इंट्रोडक्शन यानी परिचय की शुरुआत की गई। इसके लिए जबरदस्ती उसके सारे कपड़े उतारे गए और रात 11:45 बजे तक उसे निर्वस्त्र कर पूरे हॉस्टल में घुमा कर परिचय करवाया गया।
इस दौरान उसे होमोसेक्सुअल और कई अन्य नाम देकर बार-बार अपमानित किया गया जिसके बाद रात 12:30 बजे के करीब हॉस्टल की छत से संदिग्ध परिस्थितियों में वह नीचे गिर गया। वहीं बहुत अधिक खून गिरने के बाद उसे केपीसी अस्पताल में ले जाया गया जहां सुबह 4:30 बजे के करीब इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी छात्रों से लगातार पूछताछ में ये सारी जानकारियां सामने आ रही हैं।
हॉस्टल सुपर ने भी किया था नजरअंदाज
जांच में यह भी पता चला है कि छात्र को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना की जानकारी डीन ऑफ स्टूडेंट रजत रॉय को दे दी गई थी। वहां से हॉस्टल सुपर द्वीपायन दत्त को भी इस बारे में जानकारी दी गई थी। आरोप है कि वह मौके पर आए थे लेकिन नीचे से वापस चले गए थे।