Tag Archives: Editorial

देश की धड़कन हिंदी

रमेश सर्राफ धमोरा दुनिया में भारत सबसे ज्यादा विविध संस्कृतियों वाला देश है। धर्म, परंपराओं और भाषा में इसकी विविधता के बावजूद यहां के लोग एकता में विश्वास रखते हैं। भारत में विभिन्न बोलियां बोली जाती हैं। लेकिन सबसे ज्यादा हिंदी बोली, लिखी व पढ़ी जाती है इसीलिए हिंदी भारत की सबसे प्रमुख भाषा है। […]

हिजाबः हिंदुस्तानी औरतें अरब की नकल क्यों करें ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक आजकल सुप्रीम कोर्ट में बहस चल रही है कि कर्नाटक की मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनें या न पहनें? हाई कोर्ट ने हिजाब पर पाबंदी को उचित ठहराया है। यहां बहस यह नहीं है कि हिजाब पहनना उचित है या नहीं? सिर्फ स्कूल की छात्राएं पहनें या न पहनें, यह प्रश्न है। इस […]

रामलीला में हुई राहुललीला

– डॉ. वेदप्रताप वैदिक रामलीला मैदान की रैली में कांग्रेस ने काफी लोग जुटा लिए। हरियाणा से भूपेंद्र हुड्डा और राजस्थान से अशोक गहलोत ने जो अपना जोर लगाया, उसने कांग्रेसियों में उत्साह भर दिया लेकिन यह कहना मुश्किल है कि इस रैली ने कांग्रेस को कोई नई दिशा दिखाई है। इस रैली में कांग्रेस […]

अत्यन्त खतरनाक है पर्यावरण की अनदेखी

ध्रुव सेन सिंह अपने देश भारत में पृथ्वी को माँ का दर्जा दिया गया। इसके संवर्धन के बिना जीवन संभव नहीं है। मानव जबसे पृथ्वी पर आया है, विकास और आधुनिकता के चलते उसने पृथ्वी के प्रत्येक घटकों में कुछ ना कुछ परिवर्तन किया है जिसके परिणाम स्वरूप पृथ्वी की प्रकृति और उसका पर्यावरण लगातार […]

मंदिर-मस्जिद साथ-साथ क्यों न रहें?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक मंदिर-मस्जिद विवाद पर छपे मेरे लेखों पर बहुत सी प्रतिक्रिया आ रही हैं। लोग तरह-तरह के सुझाव दे रहे हैं ताकि ईश्वर-अल्लाह के घरों को लेकर भक्तों का खून न बहे। पहला सुझाव तो यही है कि 1991 में संसद में जो कानून पारित हुआ था, उस पर पूरी निष्ठा से अमल […]

किसकी हिम्मत, जो अंग्रेजी को हटाए?

– डॉ. वेदप्रताप वैदिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए कई मुद्दे उठाए, जिनमें भाषा का मुद्दा प्रमुख था। राजभाषा हिंदी को लेकर पिछले दिनों दक्षिण में काफी विवाद छिड़ा था। मोदी ने यह तो बिल्कुल ठीक कहा कि सभी भारतीय भाषाओं को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए लेकिन मोदी […]

मोदी सरकार में भ्रष्ट बाबुओं की खैर नहीं

– आर.के. सिन्हा किसी भी सरकार का जनमानस में सम्मान तब ही होता है, जब उसके कर्मचारी पूरी निष्ठा, मेहनत और ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वाह करते हैं। देखिए सरकार को चलाने वाले नेता तो एक विजन के साथ सत्ता पर काबिज होते हैं। फिर उनके विजन को सरकारी बाबू अमलीजामा पहनाकर जमीन पर […]

बंगाल में नई नहीं है ‘लाशों पर राजनीति’

सन्तोष कुमार सिंह कोलकाता के काशीपुर में भाजपा नेता अर्जुन चौरसिया की शुक्रवार को फंदे से लटकती लाश मिलने के बाद से राजनीति गरमा गयी है। आज भले ही तृणमूल कांग्रेस इस घटना को लेकर भाजपा पर ‘लाशों की राजनीति’ करने का आरोप लगा रही है लेकिन बंगाल की धरती पर ‘लाशों की राजनीति’ कोई […]

नींबू की चोरी की खबर पढ़ी या नहीं आपने..!

– कौशल मूंदड़ा जी हां, आपने अब तक सुन ही लिया होगा, यूपी के शाहजहांपुर की बजरिया सब्जी मंडी से 60 किलो नींबू चोरी हो गए। चोरों ने लहसुन-प्याज और कांटा-बांट भी साथ लिया, लेकिन सर्वाधिक मात्रा में नींबू को टारगेट किया। भले ही, व्यापारी ने इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई हो लेकिन घटना हुई […]

नजीर साबित होगा ‘बाल पुलिस थाना’ का गठन

– डॉ. रमेश ठाकुर …जिसका काम उसी को साजै, और करे तो डंडा बाजै!- बाल अपराध के मामले अब पारंपरिक पुलिस थानों को नहीं सौंपे जाएंगे, अलग से व्यवस्था की जा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सिफारिश पर किशोर अपराध से जुड़े प्रत्येक किस्म के मामलों को सुलझाने के लिए […]