Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों मेंः 03 फरवरी – जिस नेता ने जिंदगी के साथ और जिंदगी के बाद भी इतिहास रचा

03 फरवरी 1969 को तमिलनाडु के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता और राज्य के मुख्यमंत्री कांजीवरम नटराजन अन्नादुरै यानी सीएन अन्नादुरै का 60 वर्ष की उम्र में कैंसर की वजह से निधन हो गया। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया, क्योंकि उनकी शवयात्रा में एक अनुमान के मुताबिक करीब डेढ़ करोड़ लोगों […]

इतिहास के पन्नों मेंः 02 फरवरी – जो सेहत का अमृत जन-जन तक पहुंचाना चाहती थीं

प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने पिछली सदी की सौ प्रभावशाली महिलाओं की सूची में भारत की जिन दो महिलाओं को जगह दी उसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद राजकुमारी अमृत कौर का नाम शामिल किया गया था। कपूरथला के राजसी परिवार से ताल्लुक रखने वाली राजकुमार अमृत कौर का व्यक्तित्व और कृतित्व इतना बड़ा है […]

इतिहास के पन्नों में: 01 फरवरी – पलभर में खत्म हो गया था सपनों का सफर

‘मैं अंतरिक्ष के लिए ही बनी हूं। हर पल अंतरिक्ष के लिए ही बिताया है, इसी के लिए मरूंगी।’ भारतीय मूल की पहली अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला ने अपने कहे के मुताबिक अंतरिक्ष की उड़ान में अपना जीवन होम कर दिया। 01 फरवरी 2003 का दिन इतिहास के काले पन्नों में दर्ज हो गया, जब […]

इतिहास के पन्नों में : 30 जनवरी – देश नहीं भूल सकता यह दिन

यह राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की व्याप्ति का ही असर है कि उनके जन्म के 146वें वर्ष और हत्या के 67वें साल 2014 में उनके व्यक्तित्व के एक पक्ष को पूरा देश अपना लेता है। अगले साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका से गाँधी जी की वापसी के 100 साल होने को याद करते हुए देश के […]

इतिहास के पन्नों में : 28 जनवरी – विज्ञान और संगीत का बेजोड़ फ्यूजन

ऐसा वैज्ञानिक जो नाभिकीय विस्फोट का माहिर था लेकिन उसका मन क्लासिकल पियानो की सुरमयी लहरों में रमता था। विज्ञान और संगीत, दोनों ही राजा रामन्ना के दिल के बेहद करीब थे। राजा रामन्ना भारत के पहले परमाणु परीक्षण के सूत्रधार थे। पहला नाभिकीय विस्फोट का परीक्षण 18 मई 1974 में राजस्थान के पोखरण में […]

इतिहास के पन्नों मेंः 26 जनवरी – वाह नाचत मोर, सुन नव घन की घोर

मोर का पंख जो भगवान श्रीकृष्ण के मष्तक पर शोभायमान है। मोर जो भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय जो स्कंद और मुरुगन भी कहे जाते हैं, उनका वाहन है। भारत के सामाजिक और सांस्कृतिक परिवेश में भी मोर का विशिष्ट श्रृंगारिक महत्व है। सावन के बादलों को देख प्रसन्नता में मोर का नाचना कवियों, कलाकारों, […]

इतिहास के पन्नों मेंः 25 जनवरी – भारतीयों से नफरत करने वाला युगांडा का नरभक्षी, कसाई और अय्याश

‘महामहिम, आजीवन राष्ट्रपति, फील्ड मार्शल डॉक्टर ईदी अमीन। धरती के प्राणियों, समुद्र की मछलियों का मालिक और युगांडा में ब्रिटिश साम्राज्य का विजेता।’ (25 जनवरी 1971 को युगांडा में तख्ता पलट के बाद ईदी अमीन ने राष्ट्रपति बनते हुए खुद को यही उपाधि दी थी।) पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा कभी भारतीयों के ऐसे पनाहगार के […]

इतिहास के पन्नों में : 23 जनवरी – तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा

‘भोर से पहले अंधेरा सबसे गहन होता है। यह वही घड़ी है जब सबसे गहरा अंधेरा है। बहादुर बनो और संघर्ष जारी रखो। आजादी आपके हाथ में है।’ 31 अगस्त 1942 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस का आजाद हिंद रेडियो (जर्मनी) से राष्ट्र के नाम लंबे संदेश का हिस्सा। 23 जनवरी 1897 को ओड़िसा के कटक […]

इतिहास के पन्नों में : 22 जनवरी – ‘चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है’

भजन गायकी में अपने खास अंदाज की छाप छोड़ने वाले नरेंद्र चंचल का 22 जनवरी 2021 को निधन हो गया। अमृतसर में नामक मंडी के एक पंजाबी परिवार में 16 अक्टूबर 1940 को पैदा हुए नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते सुना। इससे पैदा हुई रुचि के बाद […]

इतिहास के पन्नों में: 20 जनवरी – …बस यही गठरी तो बची है, इसे भी दे दूं

देश का विभाजन हुए करीब 22 साल गुजर चुके थे। 1969 में भारत सरकार के आग्रह पर खान अब्दुल गफ्फार खान, इलाज के लिए पाकिस्तान से भारत आए। भव्य व्यक्तित्व के मालिक रहे खान अब्दुल गफ्फार खान इस बार बिल्कुल टूटे, मायूस और हताश जान पड़ते थे। उनकी आगवानी के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी […]