देश-दुनिया के इतिहास में 02 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख देश की प्रथम महिला राज्यपाल सरोजनी नायडू के अवसान के रूप में इतिहास का अहम हिस्सा है। सरोजिनी नायडू को सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी याद किया जाता है। स्वतंत्रता सेनानी के रूप में वह औपनिवेशिक शासन के […]
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भारतीय महिला मुक्केबाजी में मैंगते चंग्नेइजैंग मैरीकॉमी (एमसी मैरीकॉम) ने ऐसी छाप छोड़ी है, जो भारत की इस बेटी की संघर्ष, साहस और समर्पण की अद्भुत दास्तान आनेवाली पीढ़ियों को सुनाएगी। 01 मार्च 1983 को मणिपुर के चुराचांदपुर में जन्मी मैरीकॉम अकेली ऐसी महिला बॉक्सर थीं, जिन्होंने समर 2012 ओलंपिक में क्वालिफाई कर कांस्य पदक […]
देश-दुनिया के इतिहास में 28 फरवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। साल 1928 की यह वही तारीख है जब भारत के महान भौतिक विज्ञानी सर चंद्रशेखर वेंकट रमन ने ‘रमन प्रभाव’ का आविष्कार किया। इस आविष्कार का पूरी दुनिया ने लोहा माना। यह भौतिकी के गंभीर विषय में महत्वपूर्ण खोज की थी। […]
देश-दुनिया के इतिहास में 27 फरवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह वही तारीख है जब क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद चिरनिद्रा में लीन हो गए। 1931 में 27 फरवरी को प्रयागराज (तब इलाहाबाद) के अल्फ्रेड पार्क में ब्रितानी हुकूमत की पुलिस से घिरे आजाद ने खुद को गोली मार ली थी। आज अल्फ्रेड […]
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वां प्रांत के मानशेरा जिले के बालाकोट में 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने एयरस्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। यह भारत के साथ लगी नियंत्रण रेखा से करीब 231 किलोमीटर दूर है। इन हमलों में करीब 300 आतंकियों के मारे जाने की खबरें थीं। भारत की तरफ […]
बात बीरबल की, जो अकबर के दरबार में प्रमुख वजीर और बादशाह के नौ रत्नों में एक थे। बुद्धिमत्ता और मेधा के लिए विख्यात बीरबल इतिहास में मिथक के रूप में याद किये जाते हैं, जिनके पास हर मुश्किल सवाल का दिलचस्प जवाब था। कहा जाता है कि 25 फरवरी 1586 को स्वात और बाजौर […]
24 फरवरी 2010 को एकदिवसीय क्रिकेट का ऐसा इतिहास रचा गया, जिस पर हर क्रिकेट प्रेमी फख्र महसूस करता है। ग्वालियर के कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय मुकाबले में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 147 गेंदों में 25 चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 200 रनों की पारी खेली। […]
देश-दुनिया के इतिहास में 23 फरवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारतीय साहित्य के साथ उपन्यासकार पंडित अमृतलाल नागर के जीवन का खास हिस्सा है। 23 फरवरी 1990 को ही अमृतलाल नागर ने आखिरी सांस ली थी। नागर हिन्दी के उन गिने-चुने मूर्धन्य लेखकों में हैं जिन्होंने जो कुछ लिखा, […]
जिस वक्त दूसरे फिल्मकार मारधाड़ और नाटकीयता भरी फिल्में बना रहे थे, उस दौर में निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक सूरज बड़जात्या ने भारतीय समाज और परिवार पर भरोसा कर फिल्म बनाने का साहस किया। भारतीय साझा परिवारों की पृष्ठभूमि में साफ-सुथरे पारिवारिक मेलोड्रामा, भारतीय शादियां व उसके रस्म-रिवाज, सुमधुर गानों की भरमार वाली सूरज बड़जात्या […]
बांग्ला में लिखे गीत की इस पंक्ति का अर्थ है- 21 फरवरी मेरे भाइयों के खून से सना है। इस गीत की पृष्ठभूमि यह है कि 21 फरवरी 1952 को सर्वदलीय केंद्रीय भाषा संग्राम समिति ने बांग्ला को पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) की आधिकारिक भाषा बनाने की मांग को लेकर ढाका विश्वविद्यालय में आंदोलन शुरू […]