Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों में 04 जनवरीः लुई ब्रेल ने दृष्टिहीनों को दिया शिक्षा का उजाला

देश-दुनिया के इतिहास में 04 जनवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्र में कोई महान उपलब्धि हासिल कर इतिहास के पन्नों में तारीखी जगह बनाई है। दृष्टिहीनों के लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार करने वाले लुई ब्रेल और महान गणितज्ञ एवं भौतिक विज्ञानी सर आइजक […]

इतिहास के पन्नों में 03 जनवरीः देश की पहली महिला शिक्षिका का जन्म

3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा के नायगांव के एक किसान परिवार में देश की पहली महिला शिक्षिका मानी जाने वाली सावित्रीबाई फुले का जन्म हुआ। महिला शिक्षा और महिलाओं की बेहतर सामाजिक स्थिति को लेकर उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया। साथ ही छुआछूत, बाल विवाह, सती प्रथा सहित विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ उनका […]

इतिहास के पन्नों में 02 जनवरीः विभिन्न क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए भारत रत्न देने की शुरुआत

2 जनवरी 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की शुरुआत की थी। किसी क्षेत्र में असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मान्‍यता देने के लिये यह सम्मान दिया जाता है। 1954 में पहला पुरस्कार स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली […]

इतिहास के पन्नों में 01 जनवरीः कलकत्ता का नाम कोलकाता किया गया

1 जनवरी 2001 को एतिहासिक कलकत्ता शहर का नाम बदल कर आधिकारिक तौर पर कोलकाता कर दिया गया। कलकत्ता की स्थापना साल 1686 में ब्रिटिश राज की विस्तार योजनाओं के कारण हुई थी। 24 अगस्त, 1686 को कोलकाता का संस्थापक माने जाने वाले जॉब चारनॉक पहली बार कारखाना स्थापित करने के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी […]

इतिहास के पन्नों में 30 दिसंबरः …इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए

27 सितंबर 1931 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद की तहसील नजीबाबाद के ग्राम राजपुर नवादा में पैदा हुए हिंदी के समर्थ कवि एवं गज़लकार दुष्यंत कुमार ने महज 44 साल की उम्र में 30 दिसंबर 1975 को दुनिया को अलविदा कह दिया। इन 44 साल के छोटे से काल में दुष्यंत कुमार ने हिंदी […]

इतिहास के पन्नों से 29 दिसंबरः ‘रामायण’ को टेलीविजन पर उतार कर बदल दी थी मनोरंजन जगत की धारा

ऐसा फिल्मकार जिसने टेलीविजन देखने का नजरिया बदल कर रख दिया। ऐसा दूरदर्शी निर्माता-निर्देशक जिसने शुरुआत में ही यह जान लिया था कि श्रीराम के नाम पर किस तरह मनोरंजन जगत की धारा भी मोड़ी जा सकती है। उन्होंने इसे साबित कर दिखाया। इस फिल्मकार का नाम था- रामानंद सागर। उन्हें टीवी इतिहास के सर्वाधिक […]

इतिहास के पन्नों में 28 दिसंबरः भारत के पहले भारतीय गवर्नर, प्रथम भारत रत्न से सम्मानित राजाजी का निधन

सुप्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, अधिवक्ता, लेखक और दार्शनिक चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, राजाजी नाम से भी जाने जाते हैं। वे स्वतन्त्र भारत के द्वितीय गवर्नर जनरल और प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल थे। वे मद्रास प्रान्त के मुख्यमंत्री भी रहे। दक्षिण भारत के कांग्रेस के प्रमुख नेता रहे राजाजी बाद में कांग्रेस के कड़े विरोधी बन गए। पार्टी छोड़कर उन्होंने […]

इतिहास के पन्नों में 27 दिसंबरः जब खदान में फंसे 375 लोगों की हो गई थी जल समाधि

27 दिसम्बर 1975 को देश में आपातकाल लगा हुआ था। दोपहर का समय, झारखंड के धनबाद से 20 किमी दूर चासनाला में भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी खान दुर्घटना हुई। कोल इंडिया के अंतर्गत आनेवाली भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की चासनाला कोलियरी केपिट संख्या 1 और 2 के ठीक ऊपर स्थित बडे़ तलाब में जमा […]

इतिहास के पन्नों में 26 दिसंबरः ‘दुनिया ने उंधा चश्मा’ के रचयिता का जन्म

कोई कहानी, कोई किरदार किस तरह भाषा और परिवेश को बेमानी बना कर घर-घर में लोकप्रिय हो जाता है, उसका उदाहरण है टीवी धारावाहिक- तारक मेहता का उल्टा चश्मा। हालांकि हाल के महीनों में यह धारावाहिक कई दूसरे कारणों से विवादों में भी रहा लेकिन इसके किरदारों से लोग आज भी कम प्यार नहीं करते। […]

इतिहास के पन्नों में 25 दिसंबरः रूसी टेलीविजन पर हुई थी नाटकीय घोषणा- सोवियत संघ अस्तित्व में नहीं रहा

25 दिसंबर, 1991 को रूसी टेलीविजन पर शाम के बुलेटिन की शुरुआत नाटकीय घोषणा के साथ हुई- “गुड इवनिंग, इस वक्त की खबर है- अब सोवियत संघ का अस्तित्व नहीं रहा…।” इसी दिन मिख़ाइल गोर्बाचोफ़ ने सोवियत संघ के राष्ट्रपति पद से अपने इस्तीफे की घोषणा की। तब क्रेमलिन में सोवियत संघ के झंडे को […]