Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों में 31 मार्चः दलाई लामा ल्हासा से भारत आए और यहीं के होकर रह गए

देश-दुनिया के इतिहास में 31 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख का महत्व तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के लिए सबसे खास है। 1959 में 31 मार्च को ही दलाई लामा तिब्बत की राजधानी ल्हासा से भारत पहुंचे थे और तब से यहीं होकर रह गए। दरअसल, मार्च 1959 में खबर […]

इतिहास के पन्नों में 30 मार्चः राजस्थान हो गया 75 साल का

देश-दुनिया के इतिहास में 30 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। भारत में 75 साल पहले इसी तारीख को 1949 में 22 रियासतों को मिलाकर राजस्थान बनाया गया। क्षेत्रफल के लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा राज्य, जबकि जनसंख्या के लिहाज से सातवां सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान की राजधानी जयपुर […]

इतिहास के पन्नों में 29 मार्चः दुनिया में अनूठी है चीन की टेराकोटा आर्मी

देश-दुनिया के इतिहास में 29 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख का चीन की टेराकोटा आर्मी से भी है। चीन में शांक्सी प्रांत की राजधानी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अपने शहर शियान में पकी मिट्टी यानी टेराकोटा से बने 8,000 सैनिक आज भी अपने राजा की कब्र की सुरक्षा […]

इतिहास के पन्नों में 28 मार्चः कीर्तिमान रचने वालीं कमाल की शटलर साइना नेहवाल

देश-दुनिया के इतिहास में 28 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारत के संदर्भ में बैडमिंटन के लिए सबसे खास है। इसका श्रेय जाता है साइना नेहवाल को। वह ऐसी शटलर हैं, जिन्होंने कई कीर्तिमान रचे। वह भारत की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता। […]

इतिहास के पन्नों में 27 मार्चः रंगमंच की दुनिया का सबसे बड़ा दिन

देश-दुनिया के इतिहास में 27 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख दुनिया के रंगकर्मियों के लिए खास है। उनके लिए यह बड़े दिन से कम नहीं है। विश्व रंगमंच दिवस हर साल 27 मार्च को मनाया जाता है। साल 1961 में इंटरनेशनल थियेटर इंस्टीट्यूट ने इस दिवस को मनाने की […]

इतिहास के पन्नों में 26 मार्चः जंगल बचाने के लिए चिपको आंदोलन का अनूठा प्रयोग

जंगल और पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन एक अनूठा प्रयोग था। 1974 में 26 मार्च को गढ़वाल के हेन्वाल घाटी के लाता गाँव में गौरा देवी और चंडीप्रसाद भट्ट के नेतृत्व में 27 महिलाओं के समूह ने पेड़ों को बचाने के लिए पेड़ों के आसपास घेरा बना लिया और भारत में चिपको आंदोलन […]

इतिहास के पन्नों में 25 मार्चः पत्रकारिता के `प्रताप’ का अवसान

गणेश शंकर विद्यार्थी ऐसे निडर और निष्पक्ष पत्रकार थे जिन्होंने कलम की ताकत से अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी। वे ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, जिन्होंने कलम के साथ-साथ महात्मा गांधी के अहिंसक समर्थकों और क्रांतिकारियों को समान रूप से देश की आजादी में सक्रिय सहयोग प्रदान किया। 26 अक्टूबर, 1890 को अपनी ननिहाल […]

इतिहास के पन्नों में 24 मार्चः इसलिए कानपुर को कहते हैं उत्तर प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी

देश-दुनिया के इतिहास में 24 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर कानपुर के लिए खास है। कभी भारत का मैनचेस्टर रहा कानपुर कल 24 मार्च को 221 साल का हो जाएगा। इस दौरान इस शहर ने लंबी यात्रा तय की । दस साल पहले जिला […]

इतिहास के पन्नों में 23 मार्चः लोहिया ने संसद में ‘तीन आना बनाम पंद्रह आना’ पर नेहरू की बोलती बंद की

देश-दुनिया के इतिहास में 23 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख सारे देश में प्रखर समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती (23 मार्च, 1910) के रूप में जानी जाती है। उनका निधन 12 अक्टूबर, 1967 को दिल्ली में हुआ था। डॉ. लोहिया का जीवन एक व्यावहारिक और परिपूर्ण […]

इतिहास के पन्नों में 22 मार्चः नादिरशाह का दिल्ली में कहर, खून के आंसू रोई जनता

देश-दुनिया के इतिहास में 22 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह साल 1769 की वही तारीख है जब दिल्ली की जनता खून के आंसू राई। दरअसल मार्च 1739 में फारस (अब ईरान) के बादशाह नादिरशाह ने भारत पर हमला कर दिया और करनाल में हुई लड़ाई में मुगलिया सेना की बुरी […]