Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों में 11 मार्चः कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. शांता ने समृद्ध विरासत छोड़ी

कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए विशिष्ट पहचान रखने वालीं डॉ. विश्वनाथन शांता का जन्म 11 मार्च 1927 को तत्कालीन मद्रास के मायलापुर में हुआ था। उन्हें भारत की ऐसी महिलाओं की फेहरिस्त में रखा जाता है जिन्होंने चिकित्सा के जरिये सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने एक ऐसा कैंसर […]

इतिहास के पन्नों में 10 मार्चः सावित्रीबाई फुले को याद करने की बड़ी वजह ‘यह’ है

देश-दुनिया के इतिहास में 10 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारत के संदर्भ में खास तौर महिला शिक्षा के लिहाज बेहद खास है। वजह यह है कि 1897 में इसी तारीख को देश की पहली महिला शिक्षक सावित्रीबाई फुले का निधन हुआ था। सावित्रीबाई का जन्म 03 मार्च, 1831 […]

इतिहास के पन्नों में 09 मार्चः ‘वो’ स्वेतलाना, जिसकी वजह से भारत और सोवियत संघ के रिश्तों में आई खटास

देश-दुनिया के इतिहास में 09 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। साल 1967 की यह ऐसी तारीख है, जो तत्कालीन सोवियत संघ (अब रूस) और भारत के संबंधों में कुछ समय के लिए खटास लिए बड़ी वजह बनी। गौरतलब है कि भारत और सोवियत संघ के संबंध बहुत गहरे रहे हैं। यह […]

इतिहास के पन्नों में 08 मार्चः दुनिया भर की महिलाओं का ‘बड़ा दिन’

देश-दुनिया के इतिहास में 08 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख को दुनिया भर की महिलाओं के लिए ‘बड़ा दिन’ माना जाता है। दरअसल इसी तारीख को हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। हालांकि 1908 में पहली बार अमेरिका में महिला मजदूर आंदोलन से महिला दिवस मनाने की […]

इतिहास के पन्नों में 07 मार्चः बंग बंधु ने पाकिस्तान को ललकारा, भारत की मदद से मिली बांग्लादेश को आजादी

देश-दुनिया के इतिहास में 07 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख का संबंध बांग्लादेश में आजादी की चिंगारी भड़काने के रूप में सबसे अहम है। दरअसल ढाका के रेसकोर्स मैदान में बंग बंधु के नाम से मशहूर शेख मुजीब-उर-रहमान ने 07 मार्च 1971 को ऐतिहासिक भाषण दिया था। उन्होंने इसमें […]

इतिहास के पन्नों में 06 मार्चः मंत्री रहे न मुख्यमंत्री, सीधे प्रधानमंत्री बने चंद्रशेखर ने जब दिया था इस्तीफा

देश के नौवें प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने 6 मार्च 1991 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिमपट्टी गांव के किसान परिवार में जन्मे चंद्रशेखर ने 10 नवंबर, 1990 से 21 जून, 1991 तक प्रधानमंत्री का पद संभाला। दरअसल, 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के बाद […]

इतिहास के पन्नों में 05 मार्चः गांधी-इरविन पैक्ट की गवाह तारीख

देश-दुनिया के इतिहास में 05 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह साल 1931 की वही तारीख है, जब महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसरॉय लॉर्ड इरविन के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ था। इस समझौते को गांधी-इरविन पैक्ट कहते हैं। पहली बार अंग्रेजों ने भारतीयों के साथ समान स्तर पर समझौता किया। इस […]

इतिहास के पन्नों में 4 मार्चः जब अंग्रेज सैनिकों ने 70 निहत्थे भारतीयों पर बरसाई गोलियां

तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत ने 4 मार्च 1921 को ननकाना साहिब (अब पाकिस्तान) में 70 निहत्थे भारतीयों की जान ली थी। ये नरसंहार ननकाना स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे में हुआ था। उस समय ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ असहयोग आंदोलन चल रहा था। इसी सिलसिले में ननकाना साहिब गुरुद्वारे में भी स्थानीय लोगों ने शांतिपूर्ण सभा का […]

इतिहास के पन्नों में 03 मार्चः जमशेदपुर में झलकता है जमशेदजी टाटा का विजन

देश-दुनिया के इतिहास में 03 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारतीय उद्योगपति जमशेदजी टाटा के अवसान के रूप में हर बरस उद्योगजगत में बड़े अदब के साथ याद की जाती है। आज टाटा ग्रुप नमक से लेकर ट्रक तक बनाता है। पर इसे इस मुकाम तक लाने में सबसे […]

इतिहास के पन्नों में 02 मार्चः आइए याद करें देश की पहली महिला राज्यपाल सरोजनी नायडू को

देश-दुनिया के इतिहास में 02 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख देश की प्रथम महिला राज्यपाल सरोजनी नायडू के अवसान के रूप में इतिहास का अहम हिस्सा है। सरोजिनी नायडू को सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी याद किया जाता है। स्वतंत्रता सेनानी के रूप में वह औपनिवेशिक शासन के […]