पति से सीआईडी जांच के बीच टल गया जस्टिस अमृता सिन्हा की एकल पीठ में अभिषेक की आय के स्रोत का मामला

कोलकाता : कलकत्ता हाई कोर्ट की जस्टिस अमृता सिन्हा के पति प्रताप चंद्र दे को राज्य सीआईडी एक मामले में पूछताछ के लिए लगातार बुला रही है। इस बीच उनकी एकल पीठ में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की संपत्ति से संबंधित मामले की सुनवाई शुक्रवार को टाल दी गई है।

मामले की सुनवाई बुधवार को ही होनी थी, लेकिन नहीं हुई। उसके बाद गुरुवार और शुक्रवार को भी मामले की सुनवाई नहीं हुई जिसे लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। मामले की दोबारा सुनवाई कब होगी इसे लेकर अनिश्चितता है क्योंकि सोमवार से कोर्ट में क्रिसमस की छुट्टियां पड़ रही हैं। इससे पहले शनिवार और रविवार को कोर्ट नहीं बैठेगी। शुक्रवार के 11 दिन बाद कोर्ट फिर खुलेगा। नतीजतन, इस मामले की सुनवाई छुट्टी के बाद कोर्ट खुलने पर होने की संभावना है।

12 दिसंबर को जज ने ईडी से अभिषेक बनर्जी की आय का स्रोत जानने को कहा था। उन्होंने उस प्रश्न का उत्तर एक प्रस्तावना लिफाफे में कुछ शब्दों में देने को कहा। इसके बाद 14 दिसंबर को जज की कोर्ट में जवाब दाखिल किया गया। तब जज ने कहा कि इस बारे में क्या कहना है, वह रिपोर्ट देखने के बाद कहेंगी।

मामले की सुनवाई बुधवार 20 दिसंबर को होनी थी। लेकिन जज की बेंच में टेट से जुड़ा एक और मामला डिविजन बेंच के विचाराधीन होने के कारण उन्होंने कहा कि अगर डिविजन बेंच निर्देश देगी तो ही वह तय करेंगे कि मामलों की सुनवाई गुरुवार को होगी या नहीं। इसके चलते मामला बुधवार को टल गया। इसके बाद गुरुवार और शुक्रवार को भी मामले की सुनवाई नहीं हुई।

शुक्रवार को शाम चार बजे तक मामले की सुनवाई होनी थी लेकिन जस्टिस अमृता सिन्हा सेकंड हाफ में कोर्ट पहुंची इसलिए सुनवाई फिर टल गई।

संयोग से, न्यायमूर्ति सिन्हा ने बहुत पहले ही ईडी को भर्ती भ्रष्टाचार मामले में अभिषेक की संस्था लिप्स एंड बाउंड्स के बारे में विवरण प्रदान करने का निर्देश दिया था। लीप्स एंड बाउंड्स कंपनी के छह निदेशकों के नाम, उनकी संपत्ति की राशि, कंपनी का लेनदेन, उसका मूल्य, इस कंपनी के ग्राहक कौन हैं, उनके नाम, बैंक खाते, कंपनी का दैनिक कार्य कौन देखता था, संपत्ति का विवरण सीईओ अभिषेक का विवरण, उनकी मां लता बनर्जी की संपत्ति का विवरण, संगठन के सभी कर्मचारियों के बैंक खाते, कौन, कब संगठन में शामिल हुए, संगठन का पता क्यों बदला आदि के बारे में हाईकोर्ट में रिपोर्ट जमा हुई है।

उल्लेखनीय है कि एक पुराने मामले में जस्टिस सिन्हा के पति को सीआईडी लगातार बुलाकर पूछताछ कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सीआईडी उन पर जज पत्नी के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बना रही है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

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