◆ जूनियर डॉक्टरों ने दी हड़ताल की चेतावनी
कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी हत्या को लेकर जूनियर डॉक्टरों का विरोध जारी है। सुरक्षा की मांग को लेकर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें समाज के विभिन्न तबकों के लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। इसी बीच कोलकाता पुलिस के नवनियुक्त आयुक्त मनोज वर्मा नियुक्ति के दस दिनों बाद रविवार को आरजी कर अस्पताल पहुंचे और वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
पुलिस आयुक्त वर्मा ने अस्पताल के विभिन्न हिस्सों, खासकर इमरजेंसी और प्रसूति वार्ड का दौरा किया। उन्होंने सुरक्षा को और मजबूत करने की योजना बनाई। इससे पहले शनिवार को स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम और अन्य अधिकारियाें ने भी अस्पताल का दौरा किया था।
जूनियर डॉक्टर लगातार अस्पतालों में सुरक्षा की कमी की शिकायत कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर सोमवार तक सभी सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होते हैं, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस बाबत आंदाेलन की अगुवाई कर रहे चिकित्सकाें ने कहा कि फिलहाल काम बंद करने पर अंतिम फैसला साेमवार काे सुप्रीम काेर्ट के आदेश पर निर्भर करता है। पश्चिम बंगाल सरकार से हमें निराशा ही हाथ लगी है। चिकित्सक पर हमले रुक नहीं रहे हैं।
इससे पहले सागर दत्त अस्पताल में एक डॉक्टर और कुछ स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की घटना हुई थी, जिसके बाद जूनियर डॉक्टरों का गुस्सा और बढ़ गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें आरजी कर जैसी घटनाओं की धमकी दी जा रही हैं, जो बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
उल्लेखनीय है कि 17 सितंबर को विनीत गोयल को हटाकर मनोज वर्मा को कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया था। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई भी होने वाली है।