नंदीग्राम : बीजेपी ने को-ऑपरेटिव कमेटी के चुनाव में 12 में से 11 सीटें जीतीं

तृणमूल सिर्फ 1 सीट ही जीत पायी

भाजपा और तृणमूल समर्थकों में हुई हिंसक झड़प

तमलुक : को-ऑपरेटिव कमेटी के चुनाव को लेकर नंदीग्राम में तनाव के माहौल के बीच बीजेपी ने बाजी मार ली। को-ऑपरेटिव कमेटी की 12 सीटों में से 11 सीटें बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों ने जीत ली जबकि तृणमूल के हाथ सिर्फ एक सीट ही आयी। इस नतीजे से बीजेपी कार्यकर्ताओं में खूब जोश दिखा, वहीं अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव से पहले इस तरह का नतीजा सत्ताधारी पार्टी के लिए ख़तरे की घंटी है। गौरतलब है कि विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम के विधायक हैं।

नंदीग्राम-1 नंबर प्रखंड की भेकुटिया को-ऑपरेटिव कमेटी के चुनाव को लेकर रविवार की सुबह से ही इलाके में तनाव व्याप्त रहा। भाजपा और तृणमूल के बीच के बीच लगातार हिंसक झड़प होने की खबर सामने आती रहीं। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया। दोनों पार्टियों का आरोप है कि बाहरी लोगों को लाकर वोट को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। इस झड़प में कई लोग घायल भी हुए हैं।

तृणमूल ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता बाहरी लोगों को ला रहे हैं और स्थानीय निवासियों को मतदान नहीं करने दे रहे हैं। हालांकि, भाजपा नेतृत्व ने आरोपों को मानने से इनकार कर दिया। उनका आरोप है कि तृणमूल शांतिपूर्ण चुनाव में रोड़ा अटका रही है। नंदीग्राम-1 नंबर ब्लॉक के तृणमूल के अध्यक्ष बाप्पादित्य गर्ग ने कहा कि तृणमूल के कार्यकर्ता और समर्थक एकजुट होकर इस लड़ाई में शामिल हुए हैं। भाजपा यहां बाहरी लोगों को लेकर आई है। मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। मतदाताओं को वोट देने से रोका जा रहा है। इसके बावजूद हम चाहते हैं कि मतदान लोकतांत्रिक तरीके से हो।

इस बीच, स्थानीय भाजपा नेता मेघनाथ पाल ने तृणमूल के आरोपों का खंडन किया। उनका कहना है कि तृणमूल ने शांतिपूर्ण चुनाव में खलल डाला, वे ही हैं जिन्होंने बाहरी लोगों के साथ गड़बड़ी शुरू की।
मतदान के बीच में ही दोनों पक्षों में मारपीट होने की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि पुलिस ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।

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