कोलकाता : पुरुलिया जिले की झालदा नगरपालिका पर एक बार फिर जबरदस्ती कब्जा करने की कोशिश का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। आरोप है कि निर्दलीय पार्षदों और कांग्रेस के पार्षदों को डराया धमकाया जा रहा है। इसके बाद कांग्रेस अपने तीन पार्षदों और दो निर्दलीय पार्षदों को कोलकाता ले आई है। सोमवार को इन्हें सुरक्षित कोलकाता पहुंचाया गया है।
इनमें चेयरमैन पद की उम्मीदवार शीला चटर्जी भी शामिल हैं जो निर्दलीय जीती थीं लेकिन कांग्रेस के समर्थन से चेयरमैन हैं। उनके साथ ही रंजन कर्मकार नाम के एक और निर्दलीय पार्षद को लाया गया है। कांग्रेस नेता और अधिवक्ता कौस्तव बागची ने सोमवार को बताया कि तृणमूल कांग्रेस यहां गठित बोर्ड को भंग करने की फिराक में लगी हुई है इसीलिए पार्षदों को यहां सुरक्षित लाया गया है।
कांग्रेस नेता नेपाल महतो ने कहा कि हमने नगर पालिका के पार्षदों के साथ बात की है। कोलकाता में वे लोग सुरक्षित हैं। हमारे साथ ही रह रहे हैं। उन्हें तृणमूल कांग्रेस लगातार परेशान कर रही है और पुलिस का भी डर दिखाया जा रहा है। हम लोग कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
कोलकाता पहुंचे पार्षद रंजन ने कहा कि मैं निजी काम से कोलकाता आया हूं। नेपाल महतो से बातचीत हुई है। कोई समस्या नहीं है। अभी सब ठीक है।