कोलकाता एयरपोर्ट के पिक-अप जोन में उबर की ‘नो-एंट्री’

कोलकाता : कांट्रैक्ट की अवधि समाप्त हो गयी है, निजी ऐप-कैब कंपनी उबर ने अभी तक एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ नया कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं किया है। ऐसे में उबर अब कोलकाता एयरपोर्ट के पिक-अप जोन में नहीं टिक सकेगी। इसकी वजह से चालक जल्दबाजी में टर्मिनल के सामने से यात्रियों को उठा रहे हैं। ऐसे में यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है।

उबर ड्राइवरों का कहना है कि अगर वे एयरपोर्ट में प्रवेश करने के तीन मिनट के भीतर एयरपोर्ट से नहीं निकलते हैं तो उन्हें दोबारा प्रवेश के लिए अतिरिक्त 60 रुपये देने होंगे। ऐप-कैब कंपनियों को पिक-अप जोन अधिकार प्राप्त करने के लिए एक निश्चित शुल्क के साथ ऐप-कैब कंपनियों को एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ अनुबंध करना होता है। उस अनुबंध के तहत, कंपनी के कैब हवाई अड्डे के अंदर पार्क कर सकते हैं और यात्रियों को निर्दिष्ट पिक-अप जोन से ले सकते हैं। हर साल अनुबंध का नवीनीकरण करना होता है।

सूत्रों के मुताबिक पिछले फरवरी में उबर ने पुराने नियम व शर्तों के साथ अनुबंध के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था। शर्तों में बदलाव के बाद जुलाई में उबर का आवेदन खारिज कर दिया गया था। उबर का अनुबंध पिछले बुधवार को समाप्त हो गया है। तब से, कंपनी के कैब को वाणिज्यिक वाहन के आधार पर हवाई अड्डे पर संचालित करना पड़ रहा है।

उबर के हेल्प डेस्क को भी हाल ही में हटा दिया गया है। एजेंसी के एक लिखित बयान में कहा गया है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया संशोधित नियमों और शर्तों के अनुसार फिर से अनुबंध के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन, जब तक अनुबंध का नवीनीकरण नहीं हो जाता, तब तक कैब चालकों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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