कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में कर्मचारियों का पेंशन कथित तौर पर बंद होने को लेकर शुक्रवार को निगम में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी पार्षदों ने निगम सत्र के बहिष्कार का आह्वान किया। सजल घोष से लेकर मीना देवी पुरोहित, संतोष कुमार पाठक तक ने एकजुट होकर वित्तीय विफलता पर तृणमूल को घेरा।
सवाल-जवाब सत्र में मीना देवी ने अपने वार्ड के बुजुर्गों के भत्ते और पेंशन के बारे में भी पूछा। उन्होंने कहा कि कई को पेंशन नहीं मिल रही है, कई बूढ़े हैं, अविवाहित हैं, लड़के-लड़कियां नहीं रहते हैं।
सजल ने पेंशन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अगर आपको वृद्धावस्था में पेंशन नहीं मिलती है, तो आपको यह सोचना होगा कि परिवार कैसे चलेगा, जीवन कैसे चलेगा।
संतोष कुमार पाठक ने कहा कि वह इतने सालों से राजनीति में हैं, लेकिन उन्होंने नगर निगम की इतनी खराब आर्थिक स्थिति पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि बिना वजह गलत क्षेत्र में खर्च करने, क्लबों में बांटने के लिए रुपये हैं लेकिन कर्मचारियों के लिए पैसे नहीं है। मुझे नहीं पता था कि नगर निगम दिवालिया हो गया है।
पेंशन के मुद्दे पर उन्होंने भाजपा पार्षदों की भावनाओं को भी प्रतिध्वनित किया। पुराने पार्षदों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि वे कई सालों तक पार्षद रहे, समन्वयक रहे लेकिन अब स्थिति अच्छी नहीं है। वे बहुत परेशानी में हैं। हो सकता है मुझे इसकी जरूरत न हो, लेकिन कई पूर्व पार्षद हैं जिन्हें कुछ दिया जाए तो उन्हें फायदा होगा।
तृणमूल के देबाशीष कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि पेंशन बंद होने के बारे में सारी बातें अफवाह हैं।