मातृभाषा के अस्तित्व को बचाने के लिए सदैव प्रयास करना होगा : डॉ. चट्टोपाध्याय

कोलकाता : भारत विविध भाषा-भाषी देश है अतः हम सभी को अपनी मातृभाषा के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए सदैव प्रयास करना चाहिए। यह बात अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर बंगबासी सांध्य कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजीव चट्टोपाध्याय ने कही। इस मौके पर हिन्दी की प्राध्यापिका दीक्षा गुप्ता ने मातृभाषा पर गहराते संकट पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए मातृभाषा की महत्ता को रेखांकित किया। इसके साथ ही बांग्ला, संस्कृत और अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापकों ने अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की महत्ता और मातृभाषा के अस्तित्व और उसके विकास पर अपने विचारों को प्रस्तुत किया।

उप प्रधानाचार्य डॉ. प्रसेनजीत मुखर्जी ने मातृभाषा दिवस के इतिहास पर चर्चा करते हुए अपनी स्वरचित कविता का भी पाठ किया। कॉलेज के विद्यार्थियों ने स्वरचित कविताओं का प्रभावशाली प्रस्तुति किया। कार्यक्रम का संचालन बंगबासी सांध्य कॉलेज की प्राध्यापिका सुपर्णा बनर्जी ने किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डॉ. संजीव चट्टोपाध्याय ने किया। इस कार्यक्रम में डॉ. हिमाद्री चक्रवर्ती, प्रोफेसर संजय चक्रवर्ती, जोहर लाल दास और सुपर्णा बनर्जी और कॉलेज के सुधी छात्र उपस्थित थे।

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