Category Archives: साहित्य-रंगमंच

हिंदी कविता के उत्सव पुरुष हैं नरेश मेहता : राजेश जोशी

कोलकाता : खुदीराम बोस सेंट्रल कॉलेज के हिन्दी विभाग द्वारा नरेश मेहता की जन्मशताब्दी के अवसर पर ‘नरेश मेहता: सृजन एवं चिंतन’ विषय पर राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पंकज कुमार सिंह द्वारा नरेश मेहता की एक कविता के संगीतमय प्रस्तुति के साथ हुई। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए डॉ. शम्भुनाथ […]

भारतीय भाषा परिषद में कविता बसंतोत्सव

कोलकाता : कोरोना महामारी के धीरे-धीरे अंत के साथ उल्लसित बसंत का स्वागत करने के लिए भारतीय भाषा परिषद में कविता बसंतोत्सव का आयोजन हुआ। परिषद की अध्यक्ष ने अपने समापन वक्तव्य में कहा कि हम बसंत और हर तरह की सृजनात्मकता का परिषद प्रांगण में स्वागत करते हैं। परिषद के पुस्तकालय और बुक कैफे […]

नवांकुर की पहली काव्य-गोष्ठी का आयोजन

कोलकाता : पराक्रम दिवस और नेताजी जयंती के पावन अवसर पर रविवार को कोलकाता की प्राचीन संस्था ‘बंगीय हिंदी परिषद’ के तत्वावधान में ‘नवांकुर’ की पहली काव्य गोष्ठी ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से संपन्न हुई। हिमाद्रि मिश्रा की अध्यक्षता में नवांकुर की प्रथम काव्य- गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया जिसमें नवोदित एवं वरिष्ठ […]

कवि कल्प द्वारा नववर्ष को काव्यांजलि

कोलकाता : नए वर्ष के शुभ अवसर पर कोलकाता की प्रतिष्ठित संस्था ‘बंगीय हिन्दी परिषद’ के तत्वावधान में रविवार की शाम गूगल मीट के माध्यम से डॉ. गिरिधर राय की अध्यक्षता में कवि-कल्प की गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया, जिसमें नवोदित एवं वरिष्ठ कवियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का आरंभ परिषद के मंत्री […]

विश्व हिन्दी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

कोलकाता : विश्व हिंदी दिवस एवं हिंदी विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर एक वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति प्रो. दामोदर मिश्र ने झंडोत्तोलन किया। स्वागत गीत अनुवाद विभाग की छात्रा सीमा प्रजापति ने प्रस्तुत किया। प्रथम सत्र में […]

विश्व हिन्दी दिवस पर काव्यपाठ का आयोजन

कोलकाता : विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर सोमवार को सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा काव्यपाठ का आयोजन किया गया। इस मौके पर मिशन के अध्यक्ष डॉ. शम्भुनाथ ने कहा कि हिंदी की समृद्ध परंपरा का संबंध सृजन और चेतना से जुड़ा है, कविताएं मनुष्यता की आख्यान हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाषाविद अवधेश प्रसाद […]

भारतीय भाषा परिषद में 27वें हिंदी मेला का समापन

कोलकाता : सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा भारतीय भाषा परिषद के सह योगदान से आयोजित 27वें हिंदी मेला का शनिवार को नए साल के अभिनंदन और उदार मानवता के आह्वान के साथ समापन हुआ। गौरतलब है कि हिंदी मेला साहित्य को कलाओं से जोड़ने और साहित्य को नई पीढ़ी में लोकप्रिय बनाने के अभियान के रूप […]

‘स्वतंत्रता का अर्थ अहिंसा, भाईचारा और समानता है’

कोलकाता : स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ ने यह अवसर दिया है कि हम व्यापक आत्म निरीक्षण करें। 1947 से पहले के सौ सालों के स्वाधीनता संग्राम ने इस देश की जनता को कई महान स्वप्न दिए हैं जो दुस्वप्न में बदलते दिखाई दे रहे हैं। स्वतंत्रता तभी अर्थवान है, जब देश अहिंसा, भाईचारा और समानता […]

‘हिंदी मेला समाज को जोड़ने का संदेश देता है, तोड़ने का नहीं’

कोलकाता : भारत की एक महान सांस्कृतिक विरासत है जो अशोक, बुद्ब, कबीर, चैतन्य महाप्रभु, विद्यासागर, बंकिम चंद्र और रवींद्रनाथ तक विस्तृत है। बंग भूमि में आयोजित यह हिंदी मेला समाज को जोड़ने का संदेश देता है, तोड़ने का नहीं। हिंदी मेला के नौजवान सत्य और अहिंसा पर आधारित महात्मा गांधी के आदर्शों को आगे […]

हिंदी देशभक्ति के साथ भेदभाव-मुक्त मानवता की भावना है : प्रो. दामोदर मिश्र

कोलकाता : चित्र, संगीत और वास्तु कलाओं की तरह साहित्य का उद्देश्य मानव कल्याण है। हिंदी मेला नौजवानों के बीच एक ऐसी सांस्कृतिक चेतना का प्रसार कर रहा है जिसका उद्देश्य भेदभाव-मुक्त मानवता है। हिंदी मेला के तीसरे दिन चित्रांकन और कविता पोस्टर प्रतियोगिता में हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दामोदर मिश्र ने यह कहा। […]