इतिहास के पन्नों में : 05 फरवरी – प्रिंस ऑफ ट्रैवलर्स

बौद्ध दर्शन और भारतीय समाज से बेहद प्रभावित रहे चीनी यात्रियों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण दार्शनिक, घुमक्कड़ और अनुवादक ह्वेनसांग का 5 फरवरी 664 ई. में निधन हो गया। इतिहास में उनके योगदान के लिए उन्हें घुमक्कड़ों का राजकुमार कहा जाता है।

कहते हैं कि 629 ई. में उन्हें स्वप्न में भारत भ्रमण की प्रेरणा मिली थी। जिसके बाद उसने भारत की यात्रा की और 630 से 643 ई. तक भारत में रहे। हर्षवर्धन काल के दौरान अपनी इस यात्रा में वे भारत के प्रति मुदित रहे।

चीन के लुओयंग में पैदा हुए व्हेनसांग ने भारत यात्रा में छह वर्षों तक नालंदा विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की। पवित्र बौद्ध स्थलों का भ्रमण कर उपमहाद्वीप के पूर्व एवं पश्चिम के इलाकों की यात्रा की। ताशकंद, समरकंद, बल्ख होते हुए गांधार पहुंचकर वहां से कश्मीर, पंजाब, कपिलवस्तु, वाराणसी और गया, कुशीनगर जैसे प्रमुख स्थलों का भ्रमण किया। ह्वेनसांग की भारत यात्रा में हरिद्वार का भी जिक्र है जिसका मोयुली (मयूरपुर) के नाम से उल्लेख किया गया है। हालांकि कन्नौज में लंबा प्रवास रहा।

ऐसा समझा जाता है कि ह्वेनसांग भारत से 657 पुस्तकों की पांडुलिपियां ले गया और बौद्ध धर्मग्रंथों का संस्कृत से चीनी भाषा में अनुवाद कर चीन में बौद्ध चेतना मत की स्थापना की।

अन्य अहम घटनाएंः

1630ः सिख गुरु श्री हर राय जी का जन्म।

1916ः सुप्रसिद्ध कवि जानकी वल्लभ शास्त्री का जन्म।

1927ः सूफी संत इनायत खान का निधन।

1976ः अभिनेता अभिषेक बच्चन का जन्म।

1985ः पर्तगाल के विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म।

1990ः भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का जन्म।

2008ः प्रमुख आध्यात्मिक गुरु महर्षि महेश योगी का निधन।

2010ः भोजपुरी व हिंदी फिल्मों के अभिनेता सुजीत कुमार का निधन।

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