बीरभूम में बैठकर मुर्शिदाबाद में पूरे मवेशी तस्करी को नियंत्रित करते थे अनुब्रत

बॉडीगार्ड सायगल हुसैन था मुख्य सूत्रधार

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिला तृणमूल के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पता चला है कि वह बीरभूम में बैठकर मुर्शिदाबाद में मवेशी तस्करी के पूरे कारोबार को नियंत्रित करते थे। उनके सूत्रधार के तौर पर उसका बॉडीगार्ड और राज्य पुलिस का कॉन्स्टेबल सायगल हुसैन काम कर रहा था।

सायगल की नियुक्ति मंडल के बॉडीगार्ड के तौर पर हुई थी लेकिन वह मूल रूप से मवेशी तस्करी के पूरे कारोबार को संभालता था। रुपये की वसूली से लेकर मवेशियों से भरे ट्रकों को सुरक्षित सीमा पार तक पहुंचाने में वह सूत्रधार का काम करता रहा है। यह सब कुछ अनुब्रत मंडल के निर्देश और देखरेख में होता था।

पूछताछ में यह साफ हो गया है कि मवेशी तस्करी का मुख्य केंद्र बिंदु बीरभूम ही रहा है। यहीं से गौ तस्करी का धंधा नियंत्रित होता था। एक तरफ जहां अनुब्रत की ओर से सायगल हुसैन डील करता था तो दूसरी ओर मवेशी तस्करी के सरगना इनामुल हक की ओर से लतीफ नाम का एक स्थानीय कारोबारी सूत्रधार का काम करता था। सायगल और लतीफ – ये दोनों दोनों पक्षों के लिए ”डील” करते थे। इसके अलावा पूर्व बर्दवान में केतुग्राम, मंगलकोट में भी मवेशी तस्करी कारोबार फैला हुआ था। इन क्षेत्रों के तृणमूल पर्यवेक्षक अनुब्रत मंडल थे।

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