कोलकाता : बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के खिलाफ पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद अब सीबीआई और ईडी के अधिकारियों पर विधानसभा की शक्तियों के अधिकार का उल्लंघन का आरोप लगा है।
उप मुख्य सचेतक तापस राय ने बुधवार को सदन में चर्चा के दौरान कहा कि दोनों ही केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने बार-बार तलब किए जाने के बावजूद विधानसभा स्पीकर के समक्ष उपस्थित होने में आनाकानी की है। उन्होंने कहा कि सदन के विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई लेकिन विधानसभा स्पीकर तक को भी अंधेरे में रखा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी ने विधानसभा के विधायकों तक नोटिस पहुंचाने का काम स्पीकर के जरिए भेजा था, जो उनकी (अध्यक्ष की) शक्तियों का अपमान है। सीबीआई के डीएसपी सत्येंद्र सिंह और ईडी के सहायक निदेशक रथिन विश्वास पर विधानसभा की शक्तियों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए तापस ने कहा कि इस घटना से स्पीकर की गरिमा को ठेस पहुंची है। उन्होंने विशेषाधिकार समिति से जांच कराने की मांग की है।