आध्यात्मिक नेता, दार्शनिक, वैश्विक शांति कार्यकर्ता योगीराज वेथाथिरी महर्षि ऐसे व्यक्तित्व के रूप में प्रतिष्ठित हैं, जिन्होंने गृहस्थ जीवन से नाता तोड़े बिना स्वदेशी सिद्ध परंपरा में जीवन व्यतीत किया। उन्होंने विश्व शांति के लिए 14 सिद्धांत प्रदान किए। इसके साथ दुनिया भर में 300 से अधिक योग केंद्रों की स्थापना की और तमिल व […]
Tag Archives: History
27 मार्च अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस के रूप में मनाया जाता है। लोगों को रंगमंच के प्रति जागरूक करने के लिए 1961 में नेशनल थियेट्रिकल इंस्टीट्यूट द्वारा इसका चलन शुरू किया गया था। दुनिया भर में रंगमंच से संबंधित संस्था और समूहों की तरफ से हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस खास आयोजन के रूप में मनाया […]
जंगलों और पेड़ों की कटाई के खिलाफ उत्तराखंड के एक गांव में शुरू हुआ एक प्रतिरोध पर्यावरण रक्षा के महायज्ञ में बदल गया, जिसका उदाहरण वर्षों बाद भी दिया जाता है। पर्यावरण रक्षा से जुड़े चिपको आंदोलन की शुरुआत उत्तराखंड के चमोली जिले में 26 मार्च 1974 को हुई। चमोली जिले के ढाई हजार पेड़ों […]
‘भूख से मरने की बजाय जीएम अनाज खाकर मरना कहीं बेहतर है।’ -यह जवाब है हरित क्रांति के जरिये कृषि क्षेत्र का परिदृश्य बदलने वाले अमेरिकी वैज्ञानिक नॉर्मन बोरलॉग का, जिनके खिलाफ पर्यावरण वादियों का मजबूत तर्क था कि कीटनाशक एवं रासायनिक खादों के अत्यधिक इस्तेमाल के साथ जमीन से ज्यादा पानी सोखने वाली फसलों […]
टीबी यानी ट्यूबरक्युलोसिस या तपेदिक की बीमारी। 24 मार्च 1882 को टीबी के वायरस की पहचान हुई इसलिए पूरी दुनिया में यह वर्ल्ड ट्यूबरक्युलोसिस डे के रूप में मनाया जाता है। जिसका लक्ष्य टीबी संक्रमितों में बीमारी को बढ़ने से रोकना और उनके जल्द से जल्द इलाज सुनिश्चित करना है। फेफड़ों की यह बीमारी हवा […]
देश-दुनिया के इतिहास में 23 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख सारे देश में प्रखर समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती (23 मार्च, 1910) के रूप में जानी जाती है। उनका निधन 12 अक्टूबर, 1967 को दिल्ली में हुआ था। डॉ. लोहिया का जीवन एक व्यावहारिक और परिपूर्ण […]
थ्रिस्सुर वेंगाराम सुन्दरम अयंगर उस दौर में ऑटोमोबाइल क्षेत्र के अग्रणी उद्योगपति थे, जब देश आजाद नहीं हुआ था। मोटर की सवारी आम भारतीयों के लिए दुर्लभ थी लेकिन इसे संभव कर दिखाया अयंगर ने। 22 मार्च 1877 को मद्रास प्रेसिडेंसी के थिरुनेल्वेली जिले के थिरुक्कुरुन्गुदी में जन्मे अयंगर का जीवन ऐसी दास्तान है, जिसके […]
21 मार्च 1977 को 21 माह का स्याह दौर तब खत्म हो गया जब चौतरफा आलोचनाओं के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल खत्म किये जाने की घोषणा की। 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी के कहने पर तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने भारतीय संविधान की अनुच्छेद 352 के अंतर्गत आपातकाल […]
देश-दुनिया के इतिहास में 20 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारत के संदर्भ में इस लिए महत्वपूर्ण है कि साल 2012 के निर्भया गैंगरेप के दोषियों को 20 मार्च, 2020 को फांसी पर चढ़ाया गया। इन्हें बचाने के लिए अंतिम पलों तक कानूनी लड़ाई लड़ी गई। 19 मार्च को […]
देश-दुनिया के इतिहास में 19 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इसी तारीख को भारत और बांग्लादेश ने संबंधों का नया सूत्रपात किया था। भारत-बांग्लादेश शिखर वार्ता के अंत में 19 मार्च, 1972 को भारत-बांग्ला मैत्री एवं शांति संधि पर हस्ताक्षर हुए और संसार के सबसे पुराने देशों में शामिल भारत का […]