Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों में : 16 अप्रैल – सुनहरे सफर की शुरुआत

भारतीय रेल दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है, जिसकी लंबाई 67415 किमी है। इसमें रोजाना 231 लाख लोग सफर करते हैं और यह 1.2 अरब टन भार के सामान की रोजाना ढुलाई करता है। इतना कुछ करने के लिए रेलवे 13169 यात्री गाड़ियां और 8479 मालगाड़ियों का संचालन करता है। निःसंदेह भारत के एक […]

इतिहास के पन्नों में: 15 अप्रैल – खड़ी बोली में पहला महाकाव्य रचने वाला कवि

खड़ी बोली की बात जब कभी होगी, अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ की चर्चा के बिना अधूरी रहेगी। पुरातन भारतीय संस्कृति के पक्षधर हरिऔध, द्विवेदी युग के ऐसे कवि थे, जिन्होंने खड़ी बोली का पहला महाकाव्य ‘प्रिय प्रवास’ लिखा। अपने चाहने वालों के बीच हरिऔध को ‘कवि सम्राट’ का मान हासिल है। हालांकि इसी नाम से […]

इतिहास के पन्नों में : 14 अप्रैल – मौत से पहले सपने में देखी अपनी हत्या

अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति और दास प्रथा खत्म करने के लिए मशहूर अब्राहम लिंकन की हत्या के करीब 20 साल बाद मित्र और उनके पूर्व कानूनी सलाहकार वार्ड हिल लैमन ने रहस्योद्घाटन किया– अपनी हत्या से चंद रोज पहले अब्राहिम लिंकन ने सपने में देखा कि वे व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम की तरफ जा […]

इतिहास के पन्नों मेंः 13 अप्रैल – अंग्रेजों की बर्बरता का स्याह पन्ना

13 अप्रैल 1919 को बैसाखी पर्व पर अमृतसर के जलियांवाला बाग में ब्रिटिश ब्रिगेडियर जनरल रेजीनॉल्ड डायर ने जिस तरह खून की होली खेली, उसे इतिहास की बर्बरतम घटना के तौर पर याद किया जाता है। यह उस वक्त के ब्रिटिश औपनिवेशिक राज के वास्तविक चेहरे को भी दुनिया के सामने रखता है। दरअसल, पंजाब […]

इतिहास के पन्नों में : 12 अप्रैल – इतिहास के मर्मज्ञ

सुप्रसिद्ध इतिहासकार और पुरातत्ववेत्ता राखालदास बंदोपाध्याय का जन्म 12 अप्रैल 1885 को मुर्शिदाबाद में हुआ। 1922 में एक बौद्ध स्तूप की खुदाई के दौरान मोहनजोदड़ो सभ्यता की खोज, राखालदास बंदोपाध्याय का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने लगभग छह वर्षों तक महाराष्ट्र, गुजरात, सिंध, राजस्थान और मध्य प्रदेश की देशी रियासतों में पुरातत्व से जुड़े विभिन्न […]

इतिहास के पन्नों में : 11 अप्रैल – ‘आवारा मसीहा’ के रचयिता का महाप्रयाण

राष्ट्रवाद और देशभक्ति से सराबोर लेखन के लिए सुविख्यात विष्णु प्रभाकर ने 11 अप्रैल 2009 को दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्हें संत लेखक के रूप में याद किया जाता है। हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में शामिल लघुकथा, उपन्यास, नाटक और यात्रा वृत्तांत लेखन के लिए मशहूर विष्णु प्रभाकर का जन्म 21 जून 1912 […]

इतिहास के पन्नों में 10 अप्रैलः रूह कांप जाती है ‘टाइटैनिक’ का जिक्र आते ही

देश-दुनिया के इतिहास में 10 अप्रैल की तिथि का खास महत्व है। इस दिन तमाम महत्वपूर्ण घटनाएं घटीं। वह इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हैं। इस तिथि से अभागे टाइटैनिक जहाज का गहरा रिश्ता है। यह जहाज साल 1912 में आज ही के दिन ब्रिटेन के साउथम्पटन बंदरगाह से अपनी पहली और […]

इतिहास के पन्नों मेंः 09 अप्रैल – अर्श पर बैठा तानाशाह जब फर्श पर आ गिरा

तारीख- 9 अप्रैल 2003, दुनिया ने टीवी स्क्रीन पर देखा कि क्रेन से एक विशालकाय प्रतिमा के गले के हिस्से से हुक लगाकर नीचे गिराया जा रहा है। आसपास लोगों की भीड़ जश्न मना रही है। क्रेन ने देखते ही देखते इसे नीचे गिरा दिया। यह इराक के फिरदौस चौराहे पर लगी तानाशाह सद्दाम हुसैन […]

इतिहास के पन्नों मेंः 08 अप्रैल – मानवीय वेदना का धड़कता दस्तावेज

सुविख्यात चित्रकार पाब्लो पिकासो से उनकी एक महिला प्रशंसक ने उसके लिए एक पेंटिंग बना देने का अनुरोध किया। पिकासो ने महज 10 सेकेंड में पेंटिंग बनाकर महिला को सौंपते कहा- ये लो मिलियन डॉलर की पेंटिंग। महिला को हरगिज भरोसा नहीं हुआ। अगले दिन महिला पेंटिंग लेकर बाजार गई तो हैरान गई, जब दुकानदारों […]

इतिहास के पन्नों मेंः 7 अप्रैल – विदेशों में चलाया शास्त्रीय संगीत का सुरमयी जादू

सदी के महान संगीतकारों में शामिल ख्यातिलब्ध सितार वादक पंडित रविशंकर ने पश्चिमी देशों में भारतीय शास्त्रीय संगीत की ऐसी छाप छोड़ी कि जॉर्ज हैरिसन जैसे प्रख्यात संगीतकार भी उन्हें अपना प्रेरणास्रोत मानने लगे। दुनिया भर में मशहूर बीटल्स ग्रुप भी उनके मुरीदों में था। 7 अप्रैल 1920 को बनारस में पैदा हुए पंडित रविशंकर […]