Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों में : 21 जनवरी – मूर्तिदेवी सम्मान पाने वाली पहली महिला लेखिका

मूर्तिदेवी सम्मान पाने वाली पहली महिला लेखिका प्रतिभा राय ओड़िया भाषा की सुप्रतिष्ठित लेखिका हैं, जिनका आधुनिक ओड़िया साहित्य में व्यापक योगदान है। उनके कुछ उपन्यासों को हिंदी के पाठकों ने भी हाथोंहाथ लिया, जिन उपन्यासों का हिंदी अनुवाद उपलब्ध है। इनमें मुख्य रूप से दो उपन्यास ‘शिलापद्म’ का हिंदी अनुवाद ‘कोणार्क’ और बहु प्रशंसित […]

इतिहास के पन्नों में: 20 जनवरी – …बस यही गठरी तो बची है, इसे भी दे दूं

देश का विभाजन हुए करीब 22 साल गुजर चुके थे। 1969 में भारत सरकार के आग्रह पर खान अब्दुल गफ्फार खान, इलाज के लिए पाकिस्तान से भारत आए। भव्य व्यक्तित्व के मालिक रहे खान अब्दुल गफ्फार खान इस बार बिल्कुल टूटे, मायूस और हताश जान पड़ते थे। उनकी आगवानी के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी […]

इतिहास के पन्नों में : 19 जनवरी – संभावनाओं से भरी यात्रा का दुखांत

‘न कभी जन्मे, न कभी मरे। वे धरती पर 11 दिसंबर 1931 से 19 जनवरी 1990 के बीच आए थे।’- पुणे स्थित ओशो की समाधि पर अंकित शब्द। अपने दौर को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश उर्फ ओशो, सर्वाधिक विवादास्पद शख्सियत भी रहे। जीवन को लेकर अन्य महान धर्मगुरुओं से ओशो […]

इतिहास के पन्नों में : 18 जनवरी – ‘बाबुल मोरा नैहर छूटो ही जाए’

हिंदी फिल्म उद्योग के पहले सुपरस्टार अभिनेता और गायक कुंदनलाल सहगल का महज 43 साल की उम्र में 18 जनवरी 1947 को जालंधर में निधन हो गया। अपने दो दशक के सिने करियर में उन्होंने 36 फिल्मों में अभिनय किया जिसमें करीब 185 गीत गाए। बहुमुखी प्रतिभा के धनी सहगल ने हिंदी, उर्दू, बांग्ला, पंजाबी, […]

इतिहास के पन्नों में : 17 जनवरी – दुनिया में शांति की संरक्षक संस्था

युद्ध की विभीषिका से उपजे संकट के बीच इंसानी पीढ़ियों को बचाने के लिए एक विश्वव्यापी अधिकार संपन्न संस्था की जरूरत हुई। इसी वैश्विक चिंता ने संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था को जन्म दिया। इस संगठन की सबसे प्रमुख इकाई सुरक्षा परिषद् की पहली बैठक 17 जनवरी 1946 को लंदन में हुई, जिसमें कार्यवाही के नियम […]

इतिहास के पन्नों में : 16 जनवरी – छत्रपति शिवाजी की ही तरह मातृभूमि भक्त पुत्र संभाजी

छत्रपति शिवाजी की अमर कहानियों के बीच उनके पुत्र और रायगढ़ के शासक संभाजी की वीरता भुला दी जाती है। आज 16 जनवरी को याद करना प्रासंगिक होगा कि आज ही के दिन संभाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था। सूबे के प्रति समर्पण ऐसी कि औरंगजेब ने रायगढ़ पर कब्जे के लिए 100 से अधिक […]

इतिहास के पन्नों में : 15 जनवरी – साहस व शौर्य के स्मरण का दिन

देश 15 जनवरी को हर वर्ष सेना दिवस मनाता है, जो थल सेना के अदम्य साहस का स्मरण का दिन है। इस दिन दिल्ली के सेना मुख्यालय के साथ-साथ देश के हर हिस्से में सैन्य संस्थानों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और उन वीर सपूतों को सलामी दी जाती है जिन्होंने देश की […]

इतिहास के पन्नों में : 14 जनवरी – हजार चौरासी की माँ

पद्मश्री, ज्ञानपीठ, पद्म विभूषण, बंग विभूषण सहित कई दूसरे सम्मानों से प्रतिष्ठित लेखिका महाश्वेता देवी का जन्म 14 जनवरी 1926 को अविभाजित भारत के ढाका में हुआ था। उनके पिता मनीष घटक और मां धारीत्री देवी नामचीन लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता थे। ढाका से शुरुआती पढ़ाई के बाद महाश्वेता देवी ने विश्वभारती विवि, शांति निकेतन […]

इतिहास के पन्नों में : 13 जनवरी – दुनिया का सबसे बड़ा सीरियल किलर जिसने खुद को भी मार डाला

एक ऐसा डॉक्टर जो अपने मरीजों में जिंदगी नहीं, मौत बांटने के लिए कुख्यात था। ऐसा दरिंदा जो मां की मौत के बाद अपने अस्पताल में आने वाली बुजुर्ग महिला मरीजों को बिना किसी वजह के मौत के घाट उतार देता था। उसकी खूनी सनक का शिकार हुई महिलाओं के अंतिम संस्कार में भी वह […]

इतिहास के पन्नों में : 12 जनवरी – एक दैदीप्यमान स्वर

शास्त्रीय गायन में अनेकानेक दिग्गज हुए जिन्होंने न केवल संगीत की पूरी धारा को प्रभावित किया बल्कि किसी खास कालखंड का प्रतिनिधित्व किया। ऐसे ही दिव्य सांस्कृतिक विभूति के रूप में रेखांकित किये गए हिंदुस्तानी और कर्नाटक संगीत के माहिर गायक पंडित कुमार गंधर्व। निर्गुन गायन में विशिष्ट पहचान रखने वाले कुमार गंधर्व ने कबीर […]