Tag Archives: History

इतिहास के पन्नों में : 5 अप्रैल और 5वें माले से गिरकर अभिनेत्री का खौफनाक अंत

90 के दशक की खूबसूरत अभिनेत्री दिव्या भारती महज तीन साल के भीतर मायानगरी में छा गईं। दिव्या भारती को अपनी पीढ़ी का सबसे आकर्षक युवा अभिनेत्री का खिताब हासिल था। 14 फरवरी 1974 को जन्मी दिव्या भारती ने 1990 में तेलुगू फिल्म ‘बोब्बिली’ से फिल्मी जीवन की शुरुआत की और आगे चलकर एक साल […]

इतिहास के पन्नों में: 4 अप्रैल – जिन्होंने नारी अधिकारों को नया अर्थ दिया

तब संयुक्त राष्ट्र अपने शैशव काल में था, उसके गठन के कुछेक साल ही बीते थे। 1947-48 में मानवाधिकारों के सार्वभौमिक घोषणा पत्र (यूडीएचआर) का मसौदा तैयार किया जा रहा था। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में उस समय अमेरिकी सदस्या के साथ सिर्फ एक अन्य महिला सदस्य थीं जो भारतीय थीं- डॉ. हंसा मेहता। यूनिवर्सल […]

इतिहास के पन्नों में 3 अप्रैल : संचार क्रांति के लिए सबसे अहम

इतिहास में हर तारीख का अपना महत्व होता है। हर तिथि खास होती है। संचार क्रांति के लिहाज से 3 अप्रैल पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। मोबाइल फोन और कंप्यूटर के बिना आज की दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती। इन दो अविष्कारों ने दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी का चेहरा बदल दिया है। […]

इतिहास के पन्नों में 2 अप्रैल: भारत ने पहली बार रखे अंतरिक्ष में कदम

कैलेंडर की कुछ तिथियां इतिहास बन जाती हैं। भारत के लिए साल 1984 की 2 अप्रैल ऐसी ही तिथि है जब किसी भारतीय ने पहली बार अंतरिक्ष में कदम रखे। भारत के हिस्से में यह ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज कराने का श्रेय विंग कमांडर राकेश शर्मा को जाता है। अस्सी के दशक की शुरुआत में भारत […]

इतिहास के पन्नों में 1 अप्रैलः अप्रैल फूल बनाया, उनको गुस्सा आया…

पूरी दुनिया में अप्रैल फूल (मूर्ख दिवस) पहली अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन समझदार और प्रतिभाशाली व्यक्ति भी मूर्ख बनने, बनाने या कहलाने में खुशी महसूस करते हैं। भारतीय सिनेमा भी इससे अछूता नहीं है। निर्माता-निर्देशक सुबोध मुखर्जी ने 1964 में इस नाम से फिल्म ‘अप्रैल फूल’ ही बना डाली। विश्वजीत और सायरा […]

इतिहास के पन्नों में 31 मार्च: दलाई लामा का भारत आगमन

इतिहास में 31 मार्च महज तारीख नहीं है। वह ऐसी कई घटनाओं की गवाह है, जिसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया। इनमें महान वैज्ञानिक आइजक न्यूटन का निधन और भारत में डाक सेवा की शुरुआत प्रमुख घटनाक्रम है। इसके अलावा तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा आज के दिन ही अपने समर्थकों के साथ शरण लेने भारत […]

इतिहास के पन्नों में 30 मार्च : भारतीय सिनेमा के लिए खास दिन

भारतीय सिनेमा के लिए 30 मार्च महज तारीख नहीं है। इस तारीख का भारतीय सिनेमा के इतिहास में खास महत्व है। 30 मार्च 1992 को भारतीय सिनेमा के युगपुरुष सत्यजीत रे को आस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट मानद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यही नहीं देश के सिनेमा के इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों […]

इतिहास के पन्नों में : 29 मार्च – जब भड़की आजादी की चिंगारी

29 मार्च की तारीख भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में काफी अहमियत रखता है। दरअसल साल 1857 में 29 मार्च को ही मंगल पांडे ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह की पहली चिंगारी सुलगाई थी। मंगल पांडे द्वारा सुलगाई गई यह चिंगारी देखते ही देखते पूरे देश में आजादी की ज्वाला में बदल गई थी। […]

इतिहास के पन्नों में : 28 मार्च – आध्यात्म को समर्पित योगीराज, जिन्होंने गृहस्थ जीवन का भी त्याग नहीं किया

आध्यात्मिक नेता, दार्शनिक, वैश्विक शांति कार्यकर्ता योगीराज वेथाथिरी महर्षि ऐसे व्यक्तित्व के रूप में प्रतिष्ठित हैं, जिन्होंने गृहस्थ जीवन से नाता तोड़े बिना स्वदेशी सिद्ध परंपरा में जीवन व्यतीत किया। उन्होंने विश्व शांति के लिए 14 सिद्धांत प्रदान किए। इसके साथ दुनिया भर में 300 से अधिक योग केंद्रों की स्थापना की और तमिल व […]

इतिहास के पन्नों में : 27 मार्च – दुनिया एक रंगमंच, रंगमंच की दुनिया

27 मार्च अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस के रूप में मनाया जाता है। लोगों को रंगमंच के प्रति जागरूक करने के लिए 1961 में नेशनल थियेट्रिकल इंस्टीट्यूट द्वारा इसका चलन शुरू किया गया था। दुनिया भर में रंगमंच से संबंधित संस्था और समूहों की तरफ से हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस खास आयोजन के रूप में मनाया […]